टिब्बा क्षेत्र संघर्ष समिति के आव्हान पर बुधवार को धांधूसर में आयोजित किसान सभा मे संघर्ष समिति ने आगामी 5 सितम्बर को वर्तमान में उत्पादन कर रही 1500 मेगावाट की सूरतगढ़ तापीय परियोजना के मुख्य द्वार का घेराव एवं धरना प्रदर्शन ( protest ) करने की घोषणा की।
टिब्बा क्षेत्र संघर्ष समिति के संयोजक राकेश बिश्नोई ने बताया कि 54 गांवों का किसान ( farmer’s) पिछले तीन वर्षों से अपने पेट की लड़ाई लड़ रहा है। पूर्व में भाजपा शासन काल मे हुए दो चरण के आंदोलन के दौरान कांग्रेस के नेताओं ने सत्ता में आते ही एटा सिंगरासर माइनर निर्माण की बात कही थी। इस संबन्ध में 2016 में कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने ठुकराना में किसानों व संघर्ष समिति से वादा भी किया था, लेकिन अब सत्ता में आते ही वही कांग्रेस अपने वादे से मुकर रही है। ( suratgarh news )
उन्होंने क्षेत्र के किसानों को एकजुट होकर अपने हक के लिए आगामी 5 सितम्बर को थर्मल मुख्य जाम करने का आव्हान किया। किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कॉमरेड श्योपत मेघवाल ने कहा कि सरकारों की मंशा हमेशा प्रभावशालियो को फायदा पहुंचाने की रही है। कांग्रेस टिब्बा क्षेत्र के किसानों से वादा खिलाफी कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पानी नहीं होने के नाम पर गुमराह कर रही है। अधिकारी और सरकार हमारे साथ बैठे हम बताएंगे की कितना पानी है। ( sriganganagar hindi news )
जनता मोर्चा के ओम राजपुरोहित ने क्षेत्र के किसानों से आर पार की लड़ाई लड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि बिना लड़े ये सरकारें कुछ नहीं देने वाली। टिब्बा क्षेत्र के भविष्य के लिए घरों से निकलना होगा और संघर्ष करना होगा महापंचायत को गौरीशंकर थोरी, जयवर्धन सिंह, जेडी कौशिक, भगीरथ, मांगी वर्मा, गुलाब लुहार, मनोहर सिंह आदि ने सम्बोधित किया। ( rajasthan patrika hindi news )