इसे देखते वहां पुलिस बल भेजा गया है। वहां किसानों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी को लागू कराने की मांग की। उधर, सूरतगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग 62 पर मानकसर चौक पर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के साहबराम सहारण की अगुवाई मे धरना शुरू किया गया। उधर, भगवानगढ़ बस स्टैण्ड पर किसान जुटने शुरू हो गए।
किसानों के इन संगठनाें ने किसान-मजदूरों से अपील थी किदोपहर बारह बजे टोल प्लाजा पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचे और केंद्र सरकार की वादाखिलाफी के विरोध स्वरूप अपनी आवाज को बुलंद करें।जिला प्रशासन ने किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए टोल नाको पर पुलिस तैनात करने के निर्देश जारी कर दिए थे। किसानों के संगठनों ने अपने अपने हिसाब से विभिन्न मार्गो पर जाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
किसान संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि के तीनों कानून वापस लेने के समझौते को लागू नहीं करने केविराेध में किसान संगठन की ओर से टाेल बूथों व स्टेट हाईवे पर चक्का जाम किया जा रहा हे। भारतीय किसान सभा, सीआईटीयू, खेत मजदूर यूनियन के इस विराेध काे माकपा व संयुक्त किसान माेर्चे ने भी समर्थन दिया है।
किसान संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि के तीनों कानून वापस लेने के समझौते को लागू नहीं करने केविराेध में किसान संगठन की ओर से टाेल बूथों व स्टेट हाईवे पर चक्का जाम किया जा रहा हे। भारतीय किसान सभा, सीआईटीयू, खेत मजदूर यूनियन के इस विराेध काे माकपा व संयुक्त किसान माेर्चे ने भी समर्थन दिया है।
संगठनाें का कहना है कि इसकाे लेकर केंद्र सरकार शीघ्र कानून बनाए और किसानाें पर हुए मुकदमाें काे वापस लें।उधर, संयुक्त किसान मोर्चा ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित कई प्रदेशों में चक्का जाम का ऐलान किया हुआ है। लेकिन हरियाणा में हरियाली तीज के कारण वहां कई जगहों पर किसानों ने आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया लेकिन कई जगहों पर चक्का जाम किया जा रहा है।