गंगानगर किसान समिति के संतवीर सिंह मोहनपुरा एवं मंडी समिति (फल-सब्जी) के पूर्व अध्यक्ष मनिंद्रसिंह मान का कहना था कि नरमा-कपास खरीदने वाले व्यापारी धर्मकांटे से तुलवाने पर अवैध कटौती कर रहे हैं, यह 30 क्विंटल से कम की ट्राली पर 20 किलो तथा इससे अधिक वजन की ट्राली पर 30 किलो है। किसान नेताओं की यह मांग भी थी कि मंडी से रूई मिल जाने वाली ट्राली का किराया दिया जाए साथ ही मंडी परिसर में ढेरी से खरीदने वाले कपास-नरमा को जल्दी तुलवाया जाए। इन किसान नेताओं का कहना था कि किसान, मजदूर, मंडी समिति एवं कच्चा आढ़तिया साथ हैं, बस पक्का आढ़तिया व्यापारी मनमानी कर रहे हैं।
बैठक में व्यापारी नेताओं का कहना था कि क्षेत्र की सभी धान मंडियों में एकरूपता होनी चाहिए। मंडी समिति के सहायक सचिव रमेश कुक्कड़ ने कहा कि अवैध कटौती संबंधी कोई लिखित शिकायत उनके पास नहीं आई है, आने पर त्वरित कठोर कार्यवाही की जाएगी। किसान नेता अवैध कटौती नहीं होने देने का आश्वासन मिलने के बाद ही दरवाजा खोलने को राजी हुए। कृषि विपणन विभाग के क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक शिवसिंह भाटी ने कहा कि वे सभी मंडी सचिवों को इस बारे में निर्देश दे रहे हैं। नगर विकास न्यास के अध्यक्ष संजय महिपाल, ट्रेडर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विनय जिंदल, ओमप्रकाश मुंडावाला, जयनारायण सारस्वत, न्यू धान मंडी मजदूर संघ के अध्यक्ष किशोरीलाल सिवाण, पूर्व अध्यक्ष मक्खन मावर आदि लगभग एक घंटे चली बैठक में मौजूद थे।
लगी कतारें, काम हुआ प्रभावित
मंडी के ब्लॉक एरिया, केनरा बैंक एवं किसान भवन वाले दरवाजे लगभग चार घंटे तक बंद रहने से दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गई और कामकाज प्रभावित हुआ। किसान नेता हरजिंद्र सिंह, गुरचरण सिंह, जसकरण सिंह, सुभाष सुथार, रवि मूंड, जसप्रीत सिंह ढिल्लो, गुरदीप सिंह आदि इन दरवाजों पर मौजूद थे। मौके पर पुलिस, कृषि विपणन विभाग के क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक शिवसिंह भाटी, मंडी समिति के सहायक सचिव रमेश कुक्कड़, हरीश बजाज, महेंद्र गुप्ता आदि पहुंचे और समझाइश की कोशिश की। इससे पूर्व मंडी समिति के अधिकारी कपास-नरमा की नीलामी में पहुंचे और नियमों की पालना के बारे में बात की। मंडी समिति के अनुसार व्यापारियों ने नीलामी कार्य बंद कर आपस में राय-मशविरा करने का कहा, कुछ देर बाद किसानों ने दरवाजे बंद कर दिए।