जिले में इस बार मूंग की बुवाई का लक्ष्य 50 हजार हेक्टेयर था जबकि बुवाई हुई 70058 हेक्टेयर में। उत्पादन एवं गुणवत्ता के मामले में कुदरत ने किसानों का साथ दिया लेकिन सरकार ने काफी कम खरीद कर एक तरह से निराश किया। न्यूनतम समर्थन मूल्य 6975 रुपए प्रति क्विंटल होने के कारण सभी किसानों ने सरकार को मूंग बेचना चाहा क्योंकि बाजार मूल्य 5000 रुपए लेकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल के आस-पास रहा। जो किसान बाजार में माल बेचने को मजबूर हुए उन्हें अच्छी-खासी आर्थिक चपत लगी। मूंग की सरकारी खरीद में भुगतान में विलम्ब से भी किसान परेशान हो रहे हैं। कुछ किसानों को तो सरकार को माल बेचे सवा माह से अधिक हो गया लेकिन अभी तक उन्हें भुगतान नहीं मिला है। इस बीच, राजफैड ने मूंग की सरकारी खरीद मंगलवार शाम (8 जनवरी) तक करने का निर्णय किया हुआ है। भुगतान में विलम्ब पर राजफैड का कहना है कि जिन किसानों ने औपचारिकताएं पूरी की हुई है, उनका भुगतान आने का क्रम जारी है। बारदाने, भण्डारण के लिए जगह आदि की किसी प्रकार की दिक्कत नहीं रही है। खरीदे माल का उठाव भी व्यवस्थित ढंग से जारी है।
12892 किसान लाभान्वित
राजफैड के अनुसार 5 जनवरी तक दोनों जिलों में 12892 किसानों से एक लाख 77 हजार 351 क्विंटल मूंग खरीदा जा चुका है। यह खरीद राशि एक अरब 23 करोड़ 70 लाख 23 हजार 225 रुपए है। खरीद का क्रम जारी है और यह 8 जनवरी शाम तक चलेगा। श्रीगंगानगर जिले से 10 हजार 882 एवं हनुमानगढ़ जिले से 2010 किसानों से मूंग खरीदा गया है। अभी तक मूंग के 3 लाख 54 हजार 702 कट्टे खरीदे गए हैं, इन गोदामों में साथ की साथ रखा जा रहा है।
राजफैड के अनुसार 5 जनवरी तक दोनों जिलों में 12892 किसानों से एक लाख 77 हजार 351 क्विंटल मूंग खरीदा जा चुका है। यह खरीद राशि एक अरब 23 करोड़ 70 लाख 23 हजार 225 रुपए है। खरीद का क्रम जारी है और यह 8 जनवरी शाम तक चलेगा। श्रीगंगानगर जिले से 10 हजार 882 एवं हनुमानगढ़ जिले से 2010 किसानों से मूंग खरीदा गया है। अभी तक मूंग के 3 लाख 54 हजार 702 कट्टे खरीदे गए हैं, इन गोदामों में साथ की साथ रखा जा रहा है।
लाभ कम, परेशानी ज्यादा
गांव 36 एलएनपी के किसान साहबराम के अनुसार इस बार सरकारी खरीद से किसानों को लाभ कम मिला है, परेशानी ज्यादा हुई है। पहले पंजीयन नहीं हुआ, फिर गिरदावरी अपलोड करने में दिक्कत आई। खरीद में इतनी औपचारिकता नहीं होनी चाहिए। मजबूरी से व्यापारियों को सस्ते में माल बेचना पड़ा।
व्यवस्थित हुआ काम
श्रीगंगानगर की नई धान मंडी स्थित खरीद केंद्र, गंगानगर किसान क्रय-विक्रय सहकारी समिति लि. के महाप्रबंधक गौरीशंकर बंसल के अनुसार खरीद का काम व्यवस्थित ढंग से हुआ है। गुणवत्ता मापदण्डों पर खरा उतरने वाला मूंग तुलवाया गया है। जिन किसानों ने औपचारिकताएं पूरी कर दी, भुगतान आ रहा है।
श्रीगंगानगर की नई धान मंडी स्थित खरीद केंद्र, गंगानगर किसान क्रय-विक्रय सहकारी समिति लि. के महाप्रबंधक गौरीशंकर बंसल के अनुसार खरीद का काम व्यवस्थित ढंग से हुआ है। गुणवत्ता मापदण्डों पर खरा उतरने वाला मूंग तुलवाया गया है। जिन किसानों ने औपचारिकताएं पूरी कर दी, भुगतान आ रहा है।