श्री गंगानगर

केपीडी नहर के झारे के पानी को रोकेन से किसान आक्रोशित

गुस्साए किसानों ने नहर के हैड पर किया प्रदर्शन, अधिकारियों पर फसलों को नुकसान पहुंचाने का आरोप

श्री गंगानगरSep 29, 2019 / 02:44 am

Ajay bhahdur

केपीडी नहर के झारे के पानी को रोकेन से किसान आक्रोशित,केपीडी नहर के झारे के पानी को रोकेन से किसान आक्रोशित,केपीडी नहर के झारे के पानी को रोकेन से किसान आक्रोशित

रावलामंडी. अनूपगढ़ शाखा की केपीडी नहर के झारे के पानी को सिंचाई अधिकारी के मौखिक आदेश पर रोकने से किसाप आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि पानी की बारी से वंचित हो जाने से उनके खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाया है। अधिक गर्मी व बारिश के अभाव मेें उनकी फसलें खराब हो रही हैं। शनिवार सुबह नहरी विभाग के एक मौखिक आदेश के कारण केपीडी नहर को मिलने वाले झारे के पानी के आगे फट्टे डालकर बन्द करने से किसानों को नुकसान हुआ है। किसानों का आरोप है कि केपीडी की टेल पर नहर की सिल्ट निकालने के नाम पर उनकी पकाव पर आई फसल को नुकसान हो गया। जब मुख्य नहर बंद हो गई थी तो उसमें झारे का पानी एक दो दिन चलना था। टेल के किसान उसके बाद भी नहर में से सिल्ट निकाल सकते थे। इससे पहले ये नहर जब बंद हुई थी तब टेल के किसान नहर को साफ कर सकते थे। किसानों का कहना था कि अब नुकसान की भरपाई कौन करेगा। केपीडी नहर के किसान मदरेश गोदारा, रमेश बेनीवाल, राजू जाट, जुल्फिकार, सुनील बेनीवाल, विष्णु गोदारा, विनोद सीगड़, सहित 30 से 40 किसानों ने नहर के हेड पर इकठे होकर नहरी विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
किसानों व नहर अध्यक्ष के कहने पर बंद की नहर

केपीडी नहर के टेल के किसानों व नहर अध्यक्ष ने इस नहर को बंद करने व नहर में से सिल्ट निकलने के लिए लिखित में दिया था। इस कारण इस नहर को बंद किया है। मुख्य नहर में पानी तो पीछे से ही बन्द है। मूढ़ के किसान नही चाहते कि टेल की सफाई हो।
देवेंद्र सिंह, एक्सईएन, जल संंसाधन विभाग घड़साना
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.