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‘किसान 40 लाख टै्रक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली घेरेंगे’

locationश्री गंगानगरPublished: Feb 27, 2021 10:35:52 am

Submitted by:

Krishan chauhan

— किसान नेता टिकैत ने केंद्र को दी चेतावनी
-संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पदमपुर व घड़साना की नई धानमंडी में हुई किसान महापंचायत
– आह्वान :- हर किसान को अग्रिम मोर्चे पर लडऩा होगा आंदोलन

‘किसान 40 लाख टै्रक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली घेरेंगे’

‘किसान 40 लाख टै्रक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली घेरेंगे’


‘किसान 40 लाख टै्रक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली घेरेंगे’

— किसान नेता टिकैत ने केंद्र को दी चेतावनी :-
-संयुक्तकिसान मोर्चा के आह्वान पर पदमपुर व घड़साना की नई धानमंडी में हुई किसान महापंचायत

– आह्वान :- हर किसान को अग्रिम मोर्चे पर लडऩा होगा आंदोलन
श्रीगंगानगर. कृषि कानून रद्द करवाने के लिए किसान व मजदूर सहित हर वर्ग को केंद्र सरकार के खिलाफ लंबी लड़ाई लडऩी होगी। यह वर्ष आंदोलन का वर्ष है और दस माह तक किसान आंदोलन लडऩा होगा। यदि हम घर बैठ गए तो फिर हमारी रोटी और जमीन छीन जाएगी। यह बात भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैट ने शुक्रवार को पदमपुर की नई धानमंडी में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हुई किसान महापंचायत में कही।
केंद्र सरकार को चेतावनी देने हुए टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा जल्दी ही आह्वान करेगा, तब देश का किसान 40 हजार ट्रैक्टर और औजार लेकर देश को चारों तरफ घेरेंगे। उन्होंने युवाओं से आंदोलन के मोर्चे पर अपने खेत की मिट्टी लेकर आने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से महंगाई बढ़ती जा रही है। कर्मचारियों को पेंशन नहीं दी जा रही। केंद्र सरकार हर वर्ग को परेशान कर रही है।
नहीं मिल रहा उपज का सही मूल्य
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जोगेंद्र सिंह उगरांह ने कहा कि केंद्र सरकार इन कानूनों की तारीफ कर रही है। जबकि, इन कानूनों से मंडियां समाप्त हो जाएंगी। किसान की जमीन बच नहीं पाएगी। खरीद एजेंसियां समाप्त की जा रही है। समानांतर निजी मंडियां स्थापित की जा रही है। खेती बचाने के लिए किसानों को एकजुट होना होगा।
देश को बचाने का सवाल

हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूणी ने कहा कि अब सवाल देश को बचाने का है। हर वर्ग इस आंदोलन का हिस्सा बन रहा है। एमएसपी पर कृषि जिन्सों की पूरी खरीद नहीं हो रही। इससे किसान को चार लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार कभी धर्म तो कभी जाति के नाम पर बांटना चाहती है।
किसान नेता युद्धवीर सिंह व राजाराम मील ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के धैर्य व अनुशासन की परीक्षा ले रही है। देश के दुश्मनों को पहचानों और बोलना सीखें। देश के 23 संस्थानों को केंद्र सरकार बेच चुकी है। रणजीत सिंह राजू ने गंग कैनाल, भाखड़ा व आईजीएनपी में सिंचाई पानी का मुद्छा उठाया।
इन्होंने भी किया संबोधित
संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े जीकेएस के संतवीर सिंह, विक्रम सिंह शेरगिल, गैलैक्सी बराड़, हरजिंद्र सिंह मान, रामकुमार सहारण, राजेंद्र बुर्जवाला, रिछपाल सिंह मक्कासर, इकबाल सिंह, किसान मोर्चा के मनिंद्र सिंह मान, गुरलाल सिंह बराड़, पूर्व विधायक सोना देवी बावरी, पृथीपाल सिंह संधू, हरविंद्र सिंह गिल, पीलीबंगा से प्रगट सिंह सहित किसानों ने कहा कि किसान, मजदूर व हर वर्ग के व्यक्ति को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।
टिकैत के साथ सेल्फी की होड़

इससे पहले टिकैत का किसानों ने स्वागत किया। किसानों ने उन्हें हल व सिरोपा भेंट किया। किसानों ने राजस्थानी पगड़ी पहना कर सम्मान किया। इस बीच किसान के साथ सेल्फी करवाने की होड़ लगी रही। किसानों के लिए लंगर व चाय का लंगर आदि की व्यवस्था की गई।
‘मान-सम्मान करें, अंधभक्त मत बनें’
पंजाब से आए किसान नेता जोगेंद्र सिंह उगरांह ने कहा कि बाहर से आए व्यक्ति का आप सम्मान व आदर करें, लेकिन अंधभक्त मत बनें। टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर गांव के बाहर के व्यक्ति को चंदा मत दें। यह चंदा गांव की कमेटी को देना चाहिए।

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