अभी तक जिले में कृषि उपज मंडी समिति (अनाज)श्रीगंगानगर, श्रीकरणपुर, केसरीसिंहपुर व श्रीविजयनगर में स्थापित कर दी गई। शेष मंडियों में भी जल्द हो जाएगी। यूं करेगी मशीन सैंपल की जांच
गुणवत्ता परीक्षण लैब के डेटा विश्लेषक प्रिंस जुनेजा ने बताया कि मशीन में किसान का 100 ग्राम अनाज का सैंपल डाला जाएगा। करीब एक मिनट बाद मशीन से कंप्यूटराइज्ड रिपोर्ट निकल जाएगी। यह मशीन ग्वार, चना, गेहूं, धान, बाजारा व मक्का सहित अन्य कृषि जिंसों की नमी, दानों में टूटफूट, दाग, प्रोटीन, ग्लूकोटिन आदि सभी संबंधित पैरामीटर की रिपोर्ट कुछ समय में आपको मिल जाएगी। इस मशीन में मूंग की गुणवत्ता का विकल्प भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसमें सैंपल का अनाज सुरक्षित रहेगा और किसान को वापस दिया जा सकेगा। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस सैंपल रिपोर्ट में किसी प्रकार की गड़बड़ी करना संभव नहीं है।
यह मशीन राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के तहत मंडियों में लगाई जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य किसनों को मंडी के अलावा इ-ऑक्शन शुरू किया गया। इसमें देश में कहीं भी बैठे व्यापारी किसान के अनाज की गुणवत्ता का स्क्रीन कर पता कर सकेगा और वह गुणवत्ता के आधार पर किसान का अनाज की खरीद कर सकेगा।
-श्रीगंगानगर जिले में अनाज मंडियां-13 -राज्य में अनाज मंडियां-144
-राज्य की अनाज मंडियों में प्रथम चरण में मशीन स्थापित होगी-119 मंडियां -राज्य में द्वितीय चरण में मशीन स्थापित होगी-25 मंडियां
-एक ग्रीन एनलाइजर मशीन की कीमत-13 लाख 50 हजार रुपए
——- कृषि उपज मंडी समिति अनाज में ग्रीन एनलाइजर मशीन स्थापित होने से किसानों को लाभ मिलेगा। कृषि जिंसों की गुणवत्ता के आधार पर किसान को उचित मूल्य मिलेगा। इ-ऑक्शन में किसान अपनी उपज बाहर के व्यापारी को भी बेच सकेगा।
-अमर सिंह बिश्नोई, किसान संघर्ष समिति, श्रीगंगानगर।