ग्रामीणों के अनुसार हनुमान पुत्र गणपतराम मेघवाल ने 332 बोर अवैध रिवॉल्वर से पहले अपनी दो पुत्रियों को गोली मारी, उसके बाद स्वयं को गोली मारकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतका पुत्रियों अमनदीप व रमनदीप में से एक पुत्री बीए कर चुकी थी व एक पुत्री बीएड की पढ़ाई कर रही थी।
ग्रामीणों ने बताया कि हनुमान के घर में बेटियों की शादी व कमजोर आर्थिक स्थिति को लेकर विवाद चल रहा था। जिसके कारण हनुमान तनाव में था। हनुमान मेघवाल के चार पुत्रियां व एक पुत्र है। पुत्र कोटा विश्वविद्यालय में 12वीं की पढ़ाई कर रहा है, जो अवकाश लेकर घर आया हुआ है। हनुमान का परिवार शनिवार को ही पंजाब में रिश्तेदारी में विवाह समारोह में शामिल होकर वापस घर आया था।