घटना शनिवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे यहां न्यायालय परिसर के पीछे स्थित उपकारागृह में हुई। जानकारी के अनुसार वर्चस्व की लड़ाई को लेकर उप कारागृह में पिछले चार दिनों से बंदियों में आपसी तकरार चल रही थी। गत दिवस सुनिल उर्फ गोलिया का कोई जानकार बंदी उपकारागृह में पहुंचा। तो वहां मैस संभालने वाले प्रतापनाथ ने उसे मैस के कार्य में लगा दिया। इसी बात को लेकर दोनों में तनातनी और बढ़ गई। इस बात का पता उपकारापाल सुमेरसिंह गुर्जर को चलने पर शनिवार सुबह करीब साढ़ ग्यारह बजे गोलिया, प्रतापनाथ व केशुराम को समझाइश के लिए अपने कार्यालय में बुलाया।
वहां तीनों को कारागार नियमों के अनुसार शांति से रहने की नसीहत दी गई। लेकिन कार्यालय से निकलने के बाद जैसे ही तीनों पुन: जेल परिसर में दाखिल हुए आपस में भिड़ गए। इस दौरान वहां मौजूद दो अन्य बंदियों ने भी प्रतापनाथ व केशुराम के साथ मिलकर गोलिया के साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान ही किसी ने गोलिया के पेट में चम्मच को तीखी कर बनाए गए चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। इससे गोलिया गंभीर घायल हो गया। प्रहरियों ने मौके पर पहुंचकर बंदियों को अलग किया। गंभीर घायल गोलिया को कुछ मीटर दूर स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। जहां उसे प्राथमिक उपचार के बाद बीकानेर रैफर कर दिया गया।
जांच अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक सुरेश मील ने बताया कि उप कारागृह में हत्या के आरोप में बंदी रावतसर निवासी प्रतापनाथ, एनडीपीएस मामले में बंदी बीकानेर तहसील के केशुराम जाट, नोहर के भानीपुरा बास निवासी अयूब सहित एक अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। शाम को एसडीएम सैय्यद शिराज अली जैदी व थाना प्रभारी रणवीर सांई के नेतृत्व में पुलिस दल ने उपकारागृह की बैरकों की सघन तलाशी लेकर पूरे मामले की जानकारी जुटाई।
एसडीएम जैदी ने बताया कि उपकारागृह की बैरकों से किसी प्रकार का कोई संदिग्ध सामान नहीं पाया गया। वहीं घटना में गंभीर घायल सुनिल गोदारा उर्फ गोलिया ने उपकारागार प्रशासन पर बंदियों से वसूली का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। (नसं.)