स्वामी के अनुसार अब राजकीय जिला चिकित्सालय के पीएमओ से इस मामले की जांच रिपोर्ट का आग्रह किया है। इस मामले की जांच निष्पक्ष हो, इसके लिए बाहर के चिकित्सकों से जांच कराने के संबंध में गुहार लगाई जाएगी। ज्ञात रहे कि शनिवार को चक 3 ई छोटी निवासी सिमरन पत्नी नरेन्द्र उर्फ नत्थूराम की डिलीवरी के दौरान उसके नवजात शिशु की मौत हो गई। परिजनों का कहना था कि सत्रह नवम्बर को डिलीवरी के लिए सिमरन को भर्ती कराया गया था। ब्लड कम होने पर रक्त चढ़ाया गया लेकिन 19 नवम्बर को डिलीवरी के लिए सर्जियरन ऑपरेशन किया तो नवजात शिशु मृत बाहर निकाला गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि चिकित्सकों और स्टाफ ने समय पर उपचार सही ढंग से नहीं किए।
चिकित्सालय प्रशासन ने उपचार में लापरवाही बरती। इन परिजनों और परिचितों ने उसी समय लापरवाही बरतने वाली दो महिला चिकित्सक और संबंधित नर्सिंग स्टाफ पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग को लेकर चिकित्सालय परिसर में धरना लगा दिया। मामला बिगड़ा देख सदर पुलिस का जाब्ता मंगवाया गया। हालांकि पीएमओ डा. बलदेव सिंह चौहान ने परिजनों से सुलह कराने का प्रयास किया और पहले दौर की वार्ता भी की। परिजनों ने इस लापरवाही के लिए दोषी चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों पर एक्शन करने की मांग की। लेकिन मृत शिशु का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। हालांकि परिजनों ने पीएमओ से चिकित्सा कर्मियों और सदर पुलिस को दोषी चिकित्सकों पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।