जानकारी के अनुसार राज्य सरकार के आदेशानुसार अक्टूबर 2016 में राजकीय चिकित्सालय प्रशासन ने राजकीय चिकित्सालय, ट्रोमा सेंटर व मुख्यमंत्री निशुल्क जांच केन्द्र में चिन्हित स्थानों पर अग्निशमन यंत्र लगाए गए। जिससे कि आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाए जा सके तथा रोगियों का बचाव हो सके। इस कार्य पर करीब 30,889 रुपए व्यय हुए।
दीपावली पर्व के बाद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रशासन की ओर से विभिन्न स्थानों पर लगे अग्निशमन यंत्र उतार कर स्टोर रूम में रख दिए गए। चिकित्सालय के लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर, मेल व फीमेल वार्ड, ओपीडी गैलरी, ट्रोमा सेंटर गैलरी व जांच केन्द्र आदि में अग्निशमन यंत्र लगाए गए थे।
शो पीस बनकर रह गए
ट्रोमा सेंटर व मुख्यमंत्री निशुल्क जांच केन्द्र में अग्निशमन यंत्र लगे हुए हैं। लेकिन गैस के अभाव के चलते यह भी शो पीस बनकर रह गए हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि ट्रोमा सेंटर व जांच केन्द्र दोनों की यूनिट सबसे महत्वपूर्ण होने के बावजूद चिकित्सालय प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
रखे हुए हंै सुरक्षित
चिकित्सालय में चोरी की घटनाओं के मद्देनजर अग्निशमन यंत्रों को एक कमरे में सुरक्षित स्थान पर रखा है।- डॉ. दर्शन सिंह, प्रभारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सूरतगढ़
ट्रोमा सेंटर व मुख्यमंत्री निशुल्क जांच केन्द्र में अग्निशमन यंत्र लगे हुए हैं। लेकिन गैस के अभाव के चलते यह भी शो पीस बनकर रह गए हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि ट्रोमा सेंटर व जांच केन्द्र दोनों की यूनिट सबसे महत्वपूर्ण होने के बावजूद चिकित्सालय प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
रखे हुए हंै सुरक्षित
चिकित्सालय में चोरी की घटनाओं के मद्देनजर अग्निशमन यंत्रों को एक कमरे में सुरक्षित स्थान पर रखा है।- डॉ. दर्शन सिंह, प्रभारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सूरतगढ़