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चिकित्सालय में लगाया जा रहा है फायर फाइटिंग सिस्टम

locationश्री गंगानगरPublished: May 26, 2019 07:43:22 pm

Submitted by:

Krishan chauhan

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चिकित्सालय में लगाया जा रहा है फायर फाइटिंग सिस्टम

चिकित्सालय में लगाया जा रहा है फायर फाइटिंग सिस्टम

धुआं निकलने पर बजेगा हुटर, समय रहते बुझाई जा सकेगी आग

श्रीगंगानगर. राजकीय जिला चिकित्सालय में कहीं भी आग लगने पर हूटर बजने लगेगा। इससे डॉक्टर, नर्सिंग और अन्य कार्मिकों को शॉर्ट सर्किट होने या आग लगने पर तुरंत पता लग जाएगा। समय रहते आग बुझाने पर जान-माल का कमकम से नुकसान होगा। और ऐसा संभव होगा फायर फाइटिंग सिस्टम से, जिसे स्थापित करने का काम तेजी से जारी है।
सुरक्षा की दृष्टि से जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने 21 लाख रुपए की लागत से चिकित्सालय में फायर फाइटिंग सिस्टम स्थापित कर रहा है। इस सिस्टम को स्थापित करने के लिए एक फर्म को काम दिया गया है। फर्म प्रतिनिधि का कहना है कि काफी काम हो चुका है और एक माह में सिस्टम स्थापित कर दिया जाएगा। अब 60 पाइप,1300 फीट की लगाई जा चुकी है और अब छत पर काम चल रहा है। दस प्वाइंट होजरी लगाई जा रही है। आपातकालीन कक्ष के पास पैनेल बोर्ड लगाया जाएगा। इससे चिकित्सालय का पूरा फायर फाइटिंग सिस्टम कंट्रोल किया जाएगा। चिकित्सालय में कहीं पर भी धुआं निकलने पर हुटर बज जाएगा। उल्लेखनीय है कि यह प्रथम फेज का कार्य हो रहा है। द्वितीय फेज में भी इस सिस्टम में 50 लाख रुपए का बजट का कार्य किया जाएगा।
दो बनेगी पानी की टंकियां

फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए चिकित्सालय की छत पर 50 हजार लीटर पानी क्षमता का टैंक स्थापित किया जा रहा है। एक टैंक एक लाख लीटर पानी क्षमता का चिकित्सालय परिसर के ग्राउंड फ्लोर पर बनाया जा रहा है। इसके लिए विभाग ने अलग से बजट मंजूर किया है। इसका कार्य भी चल रहा है।
कई बार हो चुके हैं आगजनी के हादसे

चिकित्सालय में फायर फाइटिंग सिस्टम बजट के अभाव में नहीं लगा हुआ था। बार-बार इसकी मांग उठाई गई लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। चिकित्सालय में तीन बार शॉट-सर्किट से हादसा हुआ। दो बार शिशु नर्सरी आग लग गई। नवजात झुलस गया। तब चिकित्सालय में फायर फाइटिंग सिस्टम व हुटर लगाने की मांग उठती रही लेकिन बजट के अभाव में यह कार्य सिरे चढ़ नहीं पाया। चिकित्सालय के शिशु नर्सरी में शॉट सर्किट से दो बार आग लगने की घटना हुई। एक बार चिकित्सालय बर्न वार्ड में आग लग गई थी। तब एसी व पूरा वार्ड में बैड आदि जल कर राख हो गए। गनीमत यह रहा था कि वार्ड में तब कोई मरीज भर्ती नहीं था।
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सुरक्षा की दृष्टि से जिला चिकित्सालय में 21 लाख रुपए की लागत से फायर फाइटिंग सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। वर्तमान में सिस्टम लगाने का काम चल रहा है और एक माह में कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा। नया सिस्टम स्थापित होने पर चिकित्सालय में शॉट-सर्किट आदि की स्थिति में बचाव किया जा सकेगा।
-डॉ. केएस कामरा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) जिला चिकित्सालय,श्रीगंगानगर।

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