करीब दस लाख रुपए की लागत से खुलने वाली इस लाइब्रेरी के माध्यम से विभिन्न कानूनों और रूलिंग्स हाथों हाथ प्रति मिल सकेगी। अब तक कानूनों की किताबों से रूलिग्स को ढूंढने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। लेकिन अब एेसा नहीं होगा।
जल्द ही इसका प्रारूप बनेगा। चौधरी यहां बार संघ की ओर से युवा अधिवक्ता प्रशिक्षण शिविर के समापन कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डा.वीएन सिंह का कहना था कि वकील बनना आसान है लेकिन वकालतन करना कठिन है। कड़ी मेहनत और लगन से सफल अधिवक्ता बना जा सकता है।
इस कार्यक्रम में अतिथियों का कहना था कि समाज के कमजोर वर्ग को न्याय दिलाने में अधिवक्ता की अहम भूमिका होती है। एेसे में कमजोर और जरुरतमंद परिवार को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। मुख्य अतिथि इलाके के विधायक ने विधायक कोटे से दस लाख रुपए से वाटरकूलर और प्याऊ कक्ष बनाने की घोषणा की।
उन्होंने अधिवक्ताओं को आश्वस्त किया कि 10 बीघा जमीन पर एडवोकेट आवासीय कॉलोनी के लिए यथासम्भव प्रयास करने का आश्वासन दिया। अधिवक्ता हरीश सोनी ने चैक के मुकदमों में कार्यवाही और बचाव बारे बताया।
खुर्शीद आलम ने साक्ष्य विधि, दण्ड प्रक्रिया संहिता के प्रावधानों की जानकारी दी। कैप्टन राजेन्द्र सिंह ने अपकृत्य विधि और दंड प्रक्रिया संहिता, रोहताश यादव ने नए अधिवक्ताओं को विधि व्यवसाय की बारीकियों को विस्तार से बताया।
वरिष्ठ अधिवक्ता गौरीशंकर गुप्ता ने धैर्य के साथ वकालत पेशे को अपनाना चाहिए। बलदेव सिंह रंधावा ने संविधान के मुकदमों पर चर्चा की। इस कार्यक्रम में शिविर संयोजक भुवनेशचन्द्र शर्मा, बार संघ अध्यक्ष विजय कुमार रेवाड़ और उपाध्यक्ष ब्रह्मदेव उपाध्याय का कहना था कि अब हर महीने एक दिन नए विषय पर सेमीनार आयोजित किया जाएगा।