scriptफर्जी अंकतालिका से नौकरी पाने वाले 41 में से पांच आरोपित गिरफ्तार | Five of the 41 arrested arrested for fraud | Patrika News

फर्जी अंकतालिका से नौकरी पाने वाले 41 में से पांच आरोपित गिरफ्तार

locationश्री गंगानगरPublished: Mar 15, 2018 07:47:32 am

Submitted by:

pawan uppal

-दो साल पहले मार्कशीट की जांच में हुआ था खुलासा
 

Arrested
श्रीगंगानगर.

फर्जी अंकतालिका से डाक विभाग में नौकरी हथियाने वाले गिरोह की धरपकड़ आखिरकार डेढ़ साल की लंबी जांच के बाद बुधवार को शुरू हो गई। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से सेकण्डरी की फर्जी मार्कशीट के आधार पर डाक विभाग में नौकरी पाने वाले पांच आरोपितों को जवाहरनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। वहां से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। यह मामला करीब दो साल पहले का है। लेकिन जांच की प्रक्रिया ढीली होने के कारण आरोपितों की गिरफ्तारी का सिलसिला अब शुरू किया गया है।
जवाहरनगर सीआई प्रशांत कौशिक ने बताया कि गोगामेड़ी क्षेत्र के गांव ललाणा निवासी सुरेन्द्र कुमार पुत्र सुभाष ब्राह्मण, भादरा क्षेत्र गांव श्योराटाडा निवासी जयपाल पुत्र अन्नाराम मेघवाल, गोगामेड़ी क्षेत्र के गांव ललाणा निवासी सुरेश पुत्र लीलूराम जाट, चक तीन ई निवासी सुनील, नेतेवाला गांव के जगदीश पुत्र मंगतूराम लखारा को गिरफ्तार कर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय के समक्ष पेश किया। वहां से पांचों आरोपितों को न्याियक अभिरक्षा में भेज दिया।
सीआई प्रशांत कौशिक ने बताया कि आरोपितों ने इस भर्ती में आवेदन किया था, आवेदन के साथ जो अंक तालिका दी वह जांच के दौरान फर्जी निकली। गुपचुप तरीके से हुई इस भर्ती में फर्जीवाड़े का आंकड़ा बढ़ा तो तत्कालीन डाक अधीक्षक बीएल मीणा ने जवाहरनगर थाने में 3 अगस्त 2016 को 41 अभ्यार्थियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

गुपचुप तरीके से मांगे गए थे आवेदन
जिला मुख्यालय पर दो साल पहले वर्ष 2 मार्च 2016 को डाकघरों में डाक वाहक और डाक वितरक पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे। सेकण्डरी उत्तीर्ण शैक्षिक योग्यता निर्धारित की गई थी। मेरिट सूची के आधार पर चयन प्रक्रिया अपनाई गई। इस भर्ती में विभागीय अधिकारियों ने अपने परिवारिक सदस्यों और रिश्तेदारों को लगाने के लिए जानबूझकर प्रचार प्रसार नहीं कराया। इस कारण आवेदकों की संख्या सीमित रही। सीधी भर्ती के लिए दसवीं बोर्ड परीक्षा में अधिक अंक लाने वालों की मैरिट सूची तैयार की गई।

सीआई बदला तो शुरू हो गई गिरफ्तारी
इस मामले की जांच पहले जवाहरनगर सीआई शकील अहमद के पास थी, उनके तबादले के बाद यह जांच प्रशांत कौशिक को दी गई है। ऐसे में सीआई बदलते ही ठंडे बस्ते में चल रही इस फाइल के आरोपितों की सूची बनाई गई, सीआई कौशिक का दावा है कि अब पांच आरोपितों के बाद अन्य आरेापितों को गिरफ्तार किया जाएगा

ऐसे आया मामला पकड़ में : ठिकाना यहां और मार्कशीट वहां

इस भर्ती में कुल 54 अभ्यार्थियों का चयन किया गया। इसमें से सभी श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और झुंझूनूं जिले के थे। चयनित अभ्यार्थियों में एक दूसरे के रिश्तेदार अधिक थे तो वंचित अभ्यार्थियों में से एक ने यह शिकायत कर दी। इस शिकायत के बाद इलाके के एक जनप्रतिनिधि ने भी डाक विभाग के उच्चाधिकारियों से चयनित अभ्यार्थियों के दस्तावेज खंगालने की मांग की। इस शिकायत के आधार पर जब जांच हुई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
इन अभ्यार्थियों का ठिकाना राजस्थान का था लेकिन उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद बोर्ड से सेकण्डरी उतीर्ण की अंक तालिका पाई गई। कुल 54 में से 47 अभ्यार्थियों ने तो इलाहाबाद बोर्ड की मार्कशीट सलंग्न की। इन 47 में से 41 अभ्यार्थियों की अंक तालिका फर्जी निकली। इस पर डाक अधीक्षक की रिपोर्ट पर जवाहरनगर पुलिस ने इन 41 अभ्यार्थियों के खिलाफ धोखाधड़ी की ििविभन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।
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