इस बीच, गंगानगर कच्चा आढ़तिया संघ के अध्यक्ष राजकुमार बंसल, संरक्षक रामगोपाल पाण्डुसरिया एवं श्याम आहूजा, जिला व्यापार संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चन्द्रेश जैन एवं महामंत्री ओमप्रकाश गर्ग मांग के संबंध में बातचीत के लिए दिल्ली रवाना हुए हैं। वे केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल को लेकर आगे संबंधित नेताओं एवं अधिकारियों से मिलेंगे।
उल्लेखनीय है कि आढ़त सहित कई मांगों को लेकर राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ ने राज्य की धान मंडियों में एक से पांच सितम्बर तक हड़ताल का आह्वान किया था। गुरुवार को एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में भी यहां धान मंडी बंद रही। व्यापारिक संगठनों में आपसी मतभिन्नता भी इस दौरान सामने आई और गंगानगर कच्चा आढ़तिया संघ की गुरुवार शाम रखी गई बैठक में जिला व्यापार संघ के अध्यक्ष किशनसिंह दुग्गल ने अगले दो दिन और जिले की मंडियां बंद रखने की घोषणा की। इस बैठक में काफी व्यापारी नेताओं का मानना था कि आढ़त में सिर्फ बढ़ोतरी से संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता, मुख्य मांग कृषि जिन्सों की सरकारी खरीद पर आढ़त है। इसको लेकर आंदोलन जारी रखा जाना चाहिए।
जताई थी विरोध
की आशंका
जिले में नरमा की सरकारी खरीद सीधे किए जाने और व्यापरियों को आढ़त नहीं देने के निर्णय पर प्रबल विरोध की आशंका जताई पहले ही जता दी गई थी। कृषि विपणन विभाग के क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक सुभाष सहारण ने इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट अपने निदेशालय को भेजी थी। इसमें बताया गया कि पूर्व में भारतीय कपास निगम (सीसीआई)नरमा की खरीद पर आढ़त देती थी, अब इसे बंद किया गया तो व्यापारी विरोध कर सकते हैं।