जिला व्यापार संघ के अध्यक्ष किशनसिंह दुग्गल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चन्द्रेश जैन, महामंत्री ओमप्रकाश गर्ग, गंगानगर कच्चा आढ़तिया संघ के अध्यक्ष राजकुमार बंसल, संरक्षक रामगोपाल पाण्डुसरिया, श्याम आहूजा, केसरीसिंहपुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष गौरीशंकर मित्तल, राधेश्याम मोहता, संजय, सुनील राठी, विकेश आदि ने कृषि मंत्री का ध्यान अपनी मांगों की तरफ आकृष्ट किया।
जैन ने बताया कि शिष्टमंडल के साथ बैठक में कृषि मंत्री ने पुरानी आढ़त व्यवस्था में किसी प्रकार का बदलाव नहीं करने की मंशा जताई है। इसी के साथ नरमा पर आढ़त के मामले में कपड़ा मंत्रालय से पूछने का भरोसा दिलाया है। गेहूं की खरीद हरियाणा-पंजाब पैटर्न पर करने संबंधी मांग पर उनका कहना था कि राज्य सरकार से इस बारे में चर्चा की जाएगी। तिलहन के बारे में कहा कि केंद्र सरकार के पास गोदामों की कमी है, राज्य सरकार सहमति दे तो वे इस पर भावान्तर योजना लागू करना चाहेंगे। इससे किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलने में तथा व्यापारी को आढ़त मिलने में दिक्कत नहीं आएगी।
इस बीच, गंगानगर कच्चा आढ़तिया संघ के उपाध्यक्ष राधेश्याम मित्तल, दिनेश स्वामी, महामंत्री अशोक छाबड़ा, कोषाध्यक्ष भरत कोचर, मंत्री अरूण अग्रवाल, गिरीश बंसल, कार्यकारिणी सदस्य समित राज बराड़, रोहित गर्ग, सुभाष झटवाल एवं सुरेश गर्ग के शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री एवं मंडी सचिव को ज्ञापन देकर आढ़त की मांग की। इधर, बंद के चलते नई धान मंडी सूनी रही।