-महात्मा गांधी राजकीय माध्यमिक विद्यालय नेतेवाला व राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महियांवाली का किया निरीक्षण
श्रीगंगानगर. कोविड-19 की महामारी में लॉकडाउन के दस माह बाद स्कूल व कॉलेज अब फिर से खुले हैं। स्कूलों में कक्षा नौ से 12वीं के विद्यार्थियों की एक बार कक्षाएं शुरू की गई है। स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई, स्टाफ की उपस्थिति, बच्चों की उपस्थिति व कोविड की गाइड लाइन की पालना और स्कूलों में पर्याप्त सुविधाओं की पड़ताल करने के लिए मंगलवार को जिला कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा ने श्रीगंगानगर ब्लॉक के दो स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कलक्टर वर्मा खुद गुरुजी की भूमिका में नजर आए। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के बाद स्कूल खुलने पर विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने भी आइएएस,आरएएस व अन्य अधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया गया है।
श्रीगंगानगर. कोविड-19 की महामारी में लॉकडाउन के दस माह बाद स्कूल व कॉलेज अब फिर से खुले हैं। स्कूलों में कक्षा नौ से 12वीं के विद्यार्थियों की एक बार कक्षाएं शुरू की गई है। स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई, स्टाफ की उपस्थिति, बच्चों की उपस्थिति व कोविड की गाइड लाइन की पालना और स्कूलों में पर्याप्त सुविधाओं की पड़ताल करने के लिए मंगलवार को जिला कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा ने श्रीगंगानगर ब्लॉक के दो स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कलक्टर वर्मा खुद गुरुजी की भूमिका में नजर आए। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के बाद स्कूल खुलने पर विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने भी आइएएस,आरएएस व अन्य अधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया गया है।
ब्लैक बोर्ड पर चौक से लिखा,दा का कहां प्रयोग होता है ? कलक्टर वर्मा ने महात्मा गांधी राजकीय माध्यममिक विद्यालय नेतेवाला व राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महियांवाली का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। कलक्टर ने महियांवाली स्कूल में कक्षा 12वीं की कक्षा में खुद चौक लेकर गुरुजी बन गए। ब्लैक बॉर्ड पर अंग्रेजी में दा कहां पर प्रयोग किया जाता है। इस संबंध में विद्यार्थियों से सवाल किया। इसके अलावा भी विद्यार्थियों से कोरोना संक्रमण व सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी व गणित से संबंधित प्रश्न भी पूछे। कुछ विद्यार्थी सही जवाब दे पाए तो कुछ कलक्टर को देखकर डर भी रहे थे।
कक्षा में नहीं थी पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था
कक्षा में नहीं थी पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था
महियांवाली स्कूल में जिस कक्षा में बच्चों को पढ़ाई करवाई गई उस कक्षा में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था नहीं थी। इस पर संस्था प्रधान तेजेंद्र सिंह को रोशनी की व्यवस्था की हिदायत दी गई। साथ ही कक्षा में तीन-चार बच्चे मास्क नहीं लगाकर रूमाल बांध रखा था। इस पर कलक्टर ने कहा कि कोई भी बच्चा बिना मास्क स्कूल में नहीं आना चाहिए। कोविड की पूरी तरह से पालना सुनिश्चित करवाई जाए। कलक्टर ने इस विद्यालय का निरीक्षण कर जहां पर कमियां मिली, उनमें सुधार करने की हिदायत दी गई।
यहां पर सब कुछ ठीक मिला
यहां पर सब कुछ ठीक मिला
इससे पहले नेतेवाला स्कूल में व्यवस्थाएं अच्छी मिली तथा स्टाफ व विद्यार्थी निर्धारित ड्रेस, मास्क व सोशल डिस्टेङ्क्षसग की पालना करते हुए मिले। कलक्टर के निरीक्षण के साथ मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी हंसराज यादव भी साथ रहे।