महमूद फारूकी पर एक अमरीकी महिला से दुष्कर्म का आरोप था जिसे अदालत ने सत्य पाया और उन्हें सात साल की सजा सुनाई। उन पर दुष्कर्म तथा सबूत नष्ट करने की धारा भी लगाई थी।
दुष्कर्म पीडि़ता कोलंबिया यूनिवर्सिटी से जुड़ी थी। वह शोध कार्य के सिलसिले में भारत आई थी। 35 वर्षीया अमरीकी शोधार्थी ने फारूकी के खिलाफ मार्च 2015 में दुष्कर्म का आरोप लगाया और शिकायत दर्ज कराई थी।
महमूद पर धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया। पीडि़ता के बयान के अनुसार एक किराए के घर में महमूद ने उसके साथ बलात्कार किया। वह उनसे शोधकार्य के सिलसिले में गई थी। वहीं फारूकी खुद को बेकसूर बताते रहे।