एेसे काम करता है यह वीसी रूम कोर्ट के चौबारे पर वीडियो काफ्रेसिंग रूम बनाया गया है। यह पूर्णतया वातानुकूलित है। इसमें प्रोजेक्टर और एलईडी भी लगाई गई है। एेसा ही वीसी रूम जेल कैम्पस में बनाया है। जेल में बंद आरोपित को वहां वीसी रूम में पेश किया जाता है और कोर्ट कैम्पस के वीसी रूम में बैठे न्यायिक अधिकारी उससे सवाल जवाब करते हैं। जिन प्रकरणों में चालान पेश नहीं हुआ है, उनमें आरोपितों की सुनवाई नियमित रूप से हो रही है।
प्रत्येक दिन वीसी में अलग-अलग अधिकारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की ओर से वीडियो काफ्रेसिंग के लिए रोजाना सुनवाई के आदेश किए गए हैं। सोमवार से शनिवार तक प्रत्येक वार में अलग-अलग कोर्ट के न्यायिक अधिकारी एेसे प्रकरणों की सुनवाई करते हैं। यह प्रक्रिया शाम चार से पांच बजे तक करीब एक घंटे के लिए अपनाई जाती है। हार्डकोर अपराधी अक्सर जेल और कोर्ट के बीच पेशी भुगतने के दौरान भाग जाते हैं। अब वीसी से पेशी के चलते एेसे मामलों पर अंकुश लगेगा।
बदलते परिवेश में यह सुविधा फायदेमंद यह सही है कि वीडियो कॉन्फ्रेसिंग सिस्टम से बदलते परिवेश में अधिक सुविधानजक और फायदेमंद साबित हो रही है। वहीं जेल प्रशासन को भी कोर्ट में सुनवाई के लिए इन आरोपितों को लाने और वापस ले जाने के लिए सुरक्षा बंदोबस्त करना पड़ता है। अब ऑनलाइन सुनवाई से राहत मिली है।
-महेश पुनेठा, विशिष्ट न्यायाध्ीश, महिला कोर्ट, श्रीगंगानगर