हाउसिंग बोर्ड में शहीद बीरबल पार्क में तो हाइटेंशन तारें ऊपर से गुजर रही है। इस पार्क में लोग इन हाइटेंशन तारों के कारण घूमने भी नहीं आते। वहीं इसी हाउसिंग बोर्ड की कई गलियों में विद्युत पोल चारदीवारी में स्थापित कर दिए गए। इधर, पुरानी आबादी के वार्ड आठ और नौ के बीच सांझा मार्ग पर कई विद्युत पोल तो घर के अंदर है, इन घरों के अंदर से करंट प्रवाहित होती तारें गुजर रही है।
इस पूरे मार्ग में लोगों ने मकानों को इस कदर आगे बढ़ा लिया कि बिजली के खंबे मकानों की छज्जे के अंदर आ गए है। वहीं वार्ड 43 में गणपति नगर की गली नम्बर एक में तो तारें इतनी नीचे है कि वहां से ट्रेक्टर ट्रॉली जैसे वाहन गुजरने में हिचकिचाते है।
इधर, डी ब्लॉक के गांधी पार्क के पास विद्युत निगम के अफसरों ने तो एक मकान के आगे से विद्युत पोल हटा दिया लेकिन बिजली की तारों को मनमर्जी से एक साइड की बजाय सड़क के बीचों से तारे बिछा दी, वहां जालौर जैसी घटना कभी भी घटित हो सकती है।
इस बीच, वार्ड 53 की पार्षद पवनदीप कौर गिल का कहना है कि उनके वार्ड में शहीद बीरबल पार्क में हाईटेंशन तारें ऊपर से गुजर रही है। तीन साल पहले तारें टूटने के कारण हादसा टल गया था।
इस संबंध में विद्युत निगम के जेईएन, एईएन और एक्सईएन को मौके पर बुलाकर इस पार्क के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन तारें हटवाने की गुहार की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अफसर बेलगाम हो गए है।
इधर, वार्ड 36 की पार्षद गगनदीप कौर ने बताया कि गांधी पार्क के पास विद्युत निगम के अधिकारियों ने पोल हटाकर एक व्यक्ति विशेष को लाभांवित तो किया लेकिन विद्युत तारों को सड़क के ऊपर से क्रॉस करवा दिया, यहां कभी भी हादसा हो सकता है।
वहीं वार्ड 43 के पार्षद सुशील कुमार चौधरी का कहना है कि गणपति नगर में बिजली की तारें इतनी ढीली है कि वहां से चौपहिया वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही है। हादसे के बाद जरूर अफसर सक्रिय होंगे।