scriptSriGanganagar हनीट्रेप का खुलासा: आईएसआई की महिला एजेंट ने बिछाया था जाल | Honeytrap exposed: ISI's female agent had laid the trap | Patrika News

SriGanganagar हनीट्रेप का खुलासा: आईएसआई की महिला एजेंट ने बिछाया था जाल

locationश्री गंगानगरPublished: Jun 30, 2022 03:27:15 pm

Submitted by:

surender ojha

Honeytrap exposed: ISI’s female agent had laid the trap- पूगल आया फोन और अब्दुल के बैंक खाते में जमा हो गई राशि

SriGanganagar हनीट्रेप का खुलासा: आईएसआई की महिला एजेंट ने बिछाया था जाल

SriGanganagar हनीट्रेप का खुलासा: आईएसआई की महिला एजेंट ने बिछाया था जाल

श्रीगंगानगर. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट के हनीट्रेप में फंसा हनुमानगढ़ जिले के गांव डबली राठान मौलवी बास के अब्दुल सत्तार के बैंक खाते में राशि इराक से आए फोन के बाद पूगल के एक युवक ने जमा करवाई थी। इस युवक को भी सीआईडी की विशेष शाखा ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। आईएसआई की महिला एजेंट को सामरिक महत्व की गोपनीय सूचना देने के आरोप में पकड़े गए अब्दुल सत्तार और पूगल वाले युवक से अब जयपुर में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
आईएसआई के लिए काम करने वाली महिला पाक इंटेलीजेंस ऑपरेटिव्ज ने आठवीं पास और खेती-बाड़ी करने वाले अब्दुल सत्तार को फेस बुक पर दोस्ती कर अपने जाल में फंसाया। उसके मामा शकूर मोहम्मद का कहना है कि उस औरत ने इसके कई वीडियो बनाए और फिर ब्लैकमेल करने लगी। पिछले डेढ़-दो महीने से अब्दुल तनाव में था, और अपनी मासी के लड़के को किसी औरत के चक्कर में फंसने की जानकारी दी थी। इन दोनों ने घर वालों को इसकी भनक नहीं लगने दी। घर वालों को तो उस समय पता चला जब सीआईडी वाले अब्दुल को पकड़ कर ले गए।
सीआईडी की विशेष शाखा की जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि आईएसआई एजेंट को सामरिक महत्व की जानकारी देने के आरोप में पकड़े गए अब्दुल सत्तार व नीरज यादव के बैंक खातों में पंद्रह-पंद्रह हजार रुपए जमा हुए थे। अब्दुल के खाते में राशि बीकानेर जिले के पूगल के एक युवक ने जमा करवाई थी।
पूगल वाले युवक ने जो जानकारी दी है, उसके अनुसार इराक में बैठे उसके भाई ने अब्दुल के खाते में राशि जमा करवाने का कहा था। सीआईडी की विशेष शाखा इस मामले में अब इराक कनेक्शन को भी टटोल रही है। हनीट्रेप में फंसे अब्दुल के पकड़े जाने के बाद परिवार के सदस्य सदमे में है।
अब्दुल का ननिहाल भी वहीं है। दोनों परिवारों का आना-जाना भी होता है। परिजनों का कहना है कि कभी कोई बात नहीं हुई। लेकिन अब अब्दुल पकड़ा गया है तो सभी लोग शक की निगाह से देखने लगे हैं।
पाक इंटेलीजेंस ऑपरेटिव्ज को अब्दुल सत्तार ने कौनसी गोपनीय सूचना भेजी है, इसका अभी खुलासा नहीं हुआ। सीआईडी की विशेष शाखा ने भी इस बारे में कुछ नहीं बताया है। अब्दुल सत्तार जिस गांव का है, उसके आसपास सेना का कोई ठिकाना नहीं।
सेना की खुफिया शाखा का मानना है कि महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में अभ्यास के लिए सेना के काफिले इसी गांव से होकर गुजरते हैं। कई बार रेल गाड़ी से भी सेना के टैंक और अन्य साजो सामान भी इस गांव के स्टेशन से होकर गुजरते हैं।
हो सकता है हनीट्रेप में फंसाने वाली महिला ने अब्दुल से सेना के काफिले में शामिल वाहनों और रेलगाड़ी से जाने वाले साजो सामान की फोटो करवा कर ले ली हो। वाहनों के नंबर और उस पर बने चिन्ह से सेना की यूनिट का पता तो चल ही जाता है।
सीआईडी की विशेष शाखा ने गत वर्ष दिसम्बर में ऑपरेशन निगहबानी चलाया था। इस ऑपहरेशन का मकसद था आईएसआई व पाक इंटेलीजेंस ऑपरेटिव्ज की ओर से छदम नाम से फेसबुक आईडी बनाकर व छदम फोन कॉल के जरिए जिले में छावनी क्षेत्र के आसपास के लोगों से संपर्क कर उनसे सामरिक महत्व की सूचना लेने के नेटवर्क का पता लगाना।
इस ऑपरेशन में चिन्हित 50 में से 25 लोगों से पूछताछ की गई। इन पच्चीस लोगों में दो सैन्य कर्मी भी थे। बाद में 25 में से मात्र 5 को संदिग्धों की सूची में रखकर इनके मोबाइल और कम्प्यूटर उपकरणों को सीआईडी की विशेष शाखा ने अपने कब्जे में रखा। उपकरणों से संबंधित एफएसएल रिपोर्ट नहीं आने से आगे की कार्रवाई लंबित है।
उल्लेखनीय है कि आईएसआई व पाक इंटेलीजेंस ऑपरेटिव्ज (पीआईओ) की महिला एजेंट छदम नाम से फेसबुक आईडी बनाकर व फोन कॉल करके देश में संवेदनशील और सामरिक महत्व के संस्थानों (छावनी इलाके) के आसपास निवास करने वाले लोगों, ऐसे संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क करके सैन्य एवं सामरिक महत्व की सूचनाएं प्राप्त करने का प्रयास करती हैं। ऐसे लोगों को हनीट्रेप में फंसाकर उनसे सूचनाएं ली जाती है। सूचना देने की एवज में उनके खाते में छोटी-बड़ी रकम भी जमा करवाई जाती है।
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