नहीं आए सेना के चिकित्सक
चिकित्सालय में सेना के चिकित्सक रविवार को भी नहीं पहुंचे। उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व सेना ने स्वयं आगे बढ़कर चिकित्सालय में चिकित्सकों की व्यवस्था करवाने के लिए पीएमओ से संपर्क किया था। लेकिन, इसके बाद सेना का कोई चिकित्सक चिकित्सालय में नहीं पहुंचा। इस बीच राजकीय जिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीता सरदाना ने सेना के संबंधित अधिकारी के नाम एक पत्र भी भिजवाया, जिसमें की चिकित्सालय में चिकित्सकों की व्यवस्था करवाने के लिए लिखा है। जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन की ओर से भी सेना को चिकित्सकों की व्यवस्था के लिए पत्र लिखा गया है।
हस्ताक्षर नहीं तो ड्यूटी नहीं
राजकीय जिला चिकित्सालय में इन दिनों संविदा पर कार्यरत कुछ चिकित्सक ड्यूटी तो कर रहे हैं लेकिन हस्ताक्षर नहीं कर रहे। ऐसे में रविवार को चिकित्सालय का जायजा लेने आए एसडीएम यशपाल आहूजा ने हस्ताक्षर रजिस्टर की जांच की। आहूजा ने कहा कि हस्ताक्षर नहीं है तो यह ड्यूटी नहीं है बल्कि इसे केवल सेवा ही माना जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सक हस्ताक्षर करेंगे तब ही उनकी ड्यूटी मानी जाएगी।
लिया व्यवस्थाओं का जायजा
एसडीएम आहूजा ने रविवार सुबह राजकीय जिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीता सरदाना से व्यवस्थाओं संबंधी जानकारी ली। पीएमओ डॉ. सरदाना ने आहूजा को बताया कि चिकित्सालय प्रब्रंधन की ओर से सेना के अधिकारी के नाम पत्र भिजवा दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने चिकित्सालय में मौजूद चिकित्सकों सहित कई अन्य मुद्दों पर भी बातचीत की।
नहीं आए मानदेय के चिकित्सक
राजकीय जिला चिकित्सालय में दैनिक मानदेय पर शनिवार को कार्यभार ग्रहण करने वाले दो चिकित्सकों में से एक डॉ. वर्षा गिरि रविवार को नहीं आईं। पीएमओ के अनुसार शनिवार को भी उनकी पर्याप्त सेवाएं नहीं मिल पाई थीं। इस बीच मानदेय पर काम करने वाले चिकित्सकों पर अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ की ओर से कार्यभार ग्रहण नहीं करने के लिए दबाव होने की बात भी सामने आई है।
आईसीयू में तीन रोगी
चिकित्सालय की आईसीयू में रविवार को तीन रोगी रहे। बीकानेर से आए एक डॉक्टर व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए थे। इसके अलावा वे वार्ड में भी रोगियों की जांच कर रहे हैं।