तीन कोच से चलाया जा रहा है काम-जिला मुख्यालय पर कबड्डी के कोच जिला खेलकूद अधिकारी सुरजीत सिंह थे। वे हाल ही में सेवानिवृत हो गए। एक कोच सुरेंद्र सिंह भी यहां पर थे उनका यहां से तबादला हो गया। यहां पर अस्थाई रूप से 16 कोच और तीन अतिरिक्त कोच लगे हुए थे। इनकी सेवा समाप्त हो चुकी है। जिला खेलकूद अधिकारी का पद यहां पर रिक्त है और इसका अतिरिक्त कार्यभार हनुमानगढ़ के उम्मेदसिंह यादव को दे रखा है। वर्तमान में बॉस्केट बॉल के कोच हरजिंद्र सिंह व एथेलेटिक्स कोच शमशेर सिंह हंै।
खिलाडिय़ों को दक्ष करने की कोशिश–जिला खेलकूद अधिकारी उम्मेद सिंह यादव कहते हैं कि कोच व खिलाडिय़ों के लिए सुविधाओं की कमी है। इनके प्रस्ताव बनाकर भेजे हुए हैं। जल्द ही खिलाडिय़ों के लिए सुविधाएं मिलेगी। इस वक्त जितने संसाधन विभाग के पास उपलब्ध हैं, इनसे खिलाडिय़ों की अच्छी तैयारी करवाई जा रही है। जिला मुख्यालय पर इन दिनों कबड्डी, हैंडबॉल, बास्केटबॉल, हॉकी और वॉलीबॉल, कुश्ती, एथेलेटिक्स,विशु,जूडो और बॉक्सिंग के खिलाड़ी शिविर में भाग ले रहे हैं। यहां पर सवा दो सौ से ढाई सौ खिलाडिय़ों को सुबह और शाम को दो-दो घंटे की प्रेक्टिस करवाई जा रही है। इन खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देकर दक्ष किया रहा है।
आकार लेने लगा है सिंथेटिक ट्रैक–महाराजा गंगासिंह स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक का काम पिछले दस माह से चल रहा है। अभी इसमें काफी काम होना है। चुनाव की वजह से टेंडर प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। इस ट्रैक पर अनुमानित खर्च सात करोड़ 30 रुपए होगा। यह सिंथेटिक ट्रैक सामान्य ट्रैक से तेज होता है तथा इस पर राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होती है।