मौके पर पहुंची पुलिस ने इस शव को राजकीय जिला चिकित्सालय पहुंचाया, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान मृतक जगदीश के पिता ने मटीलीराठान थाने में अपनी पुत्रवधु संतो उर्फ शंकुतला, छोटे भाई के बेटों पालाराम और श्रवण राम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। थाना प्रभारी महावीर प्रसाद ने बताया कि 35 वर्षीय जगदीश अपनी पत्नी संतो उर्फ शंकुतला से बहुत प्यार करता था लेकिन काम में व्यस्त होने के कारण पत्नी को ज्यादा समय नहीं दे पाता था।
इस बीच शंकुतला का अपने देवर पालाराम के अवैध संबंध स्थापित हो गए। जब इस बात का पता जगदीश को चला तो उसने नाराजगी भी जताई थी, यहां तक कि पंचायत भी हुई लेकिन शंकुतला पर इसका कोई असर नहीं हुआ। दो दिन पहले जब जगदीश ने काफी ज्यादा शंकुतला को फटकार लगाई तो उसी दिन शाम को जगदीश एकाएक गायब हो गया। जगदीश की तलाश में उसके पिता के अलावा अन्य लोग भी तलाश करने लगे लेकिन उसका पता नहीं चल पाया। लेकिन एफ नहर के पास गुरुवार सुबह जगदीश के शव होने की सूचना जैसे मिली तो पूरी कहानी मृतक के पिता ने बयां कर दी।
मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि उसकी पुत्रवधू शंकुतला के संबंध पालाराम और श्रवणराम के साथ थे, इन तीनों के बीच में जगदीश अड़चन बन गया था। इस कारण जगदीश को ठिकाना लगाने के लिए हत्या कर शव को जानबूझकर एफ नहर में डाला दिया ताकि जगदीश के मारने की कहानी खुदकुशी लग सके।