इस वार्ड सीमा में पदमपुर मार्ग पर बाबादीप सिंह गुरुद्वारा, बिश्नोई मंदिर, गुंसाई मंदिर है। यहां श्रद्धालुओं का आवाजाही अधिक रहती है। वहीं उदाराम चौक से सटे खेतरपाल मंदिर और झांकी वाले बालाजी मंदिर नजदीक होने के कारण वार्ड से श्रद्धालुओं का ताता लगता है। इस वार्ड में कुल मतदाताओं की संख्या दो हजार तक है और आबादी करीब तीन हजार पार कर चुकी है। वार्ड में सरकारी स्कूल नम्बर दो, स्वास्थ्य केन्द्र और असवाल वाटिका व ग्रीन पार्क वार्डवासियों की सुविधाओं के लिए बनाए हुए है।
ट्रक यूनियन पुलिया से उदाराम चौक तक पानी निकासी नहीं होने से तंग आकर पार्षद अमित चलाना की अगुवाई में वार्डवासियों ने रास्ता जाम कर धरना तक लगाया था।
इस वार्ड में झोरड़ परिवार का लंबे समय तक दबदबा रहा है। उदाराम झोरड़ वर्ष 1952 से 1974 तक पार्षद रहे, तब यह वार्ड ताराचंद वाटिका तक था। उदाराम चौक उनके नाम से स्थापित किया गया। उनके बेटे धर्मपाल झोरड़ भी पार्षद रहे। इसके बाद इंदिरा झोरड़ और उनके पति जगदीश झोरड़ ने पार्षद बनकर इलाके की आवाज नगर परिषद बोर्ड तक पहुंचाई।
इस बीच, वार्ड पार्षद अमित चलाना के अनुसार वार्ड में पानी निकासी सबसे बड़ी समस्या है। पांच वार्डो का पानी उदाराम चौक तक पहुंचता है। यह पानी आगे गडढों तक पहुंचता था लेकिन वहां गडढे संकरे हो गए है, इससे पानी निकासी अटक रही है।
इधर, पराजित उम्मीदवार रुपन्दिर यादव का कहना है कि इस वार्ड में पानी निकासी के निराकरण के लिए पिछले 23 सालों से जितने भी पार्षद आए उन्होंने आश्वासन के सिवाय कोई काम नहीं कराया। इस बार भी यही हाल है। ट्रक यूनियन पुलिया काफी ऊंचाई पर बनाई गई है, इस कारण आए दिन दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है।
उधर, पूर्व पार्षद जगदीश झोरड़ का कहना है कि ए माइनर के पास अतिक्रमण साफ होने के बाद लोगों को अभी तक पट्टे नहीं मिले है। इस कारण लोग पिछले काफी समय से इंतजार कर रहे है। इससे नगर परिषद को राजस्व मिलेगा वहीं लोगों को राहत मिलेगी।