इस कारण दुकानदारी चौपट रहती है। यह रोड चार वार्डो की सांझी है, इसमें वार्ड 19,20,21 और 22 शामिल है। वहीं चौक पर वार्ड 12 और 14 की सीमा सटी हुई है। वार्ड में कई सड़कों को सीवर लाइन बिछाने के बाद ठेका कंपनी एलएंडटी ने रामभरोसे छोड़ रखा है।
इस वार्ड सीमा में पदमपुर मार्ग पर बाबादीप सिंह गुरुद्वारा, बिश्नोई मंदिर, गुंसाई मंदिर है। यहां श्रद्धालुओं का आवाजाही अधिक रहती है। वहीं उदाराम चौक से सटे खेतरपाल मंदिर और झांकी वाले बालाजी मंदिर नजदीक होने के कारण वार्ड से श्रद्धालुओं का ताता लगता है। इस वार्ड में कुल मतदाताओं की संख्या दो हजार तक है और आबादी करीब तीन हजार पार कर चुकी है। वार्ड में सरकारी स्कूल नम्बर दो, स्वास्थ्य केन्द्र और असवाल वाटिका व ग्रीन पार्क वार्डवासियों की सुविधाओं के लिए बनाए हुए है।
ट्रक यूनियन पुलिया से उदाराम चौक तक पानी निकासी नहीं होने से तंग आकर पार्षद अमित चलाना की अगुवाई में वार्डवासियों ने रास्ता जाम कर धरना तक लगाया था।
इस वार्ड सीमा में पदमपुर मार्ग पर बाबादीप सिंह गुरुद्वारा, बिश्नोई मंदिर, गुंसाई मंदिर है। यहां श्रद्धालुओं का आवाजाही अधिक रहती है। वहीं उदाराम चौक से सटे खेतरपाल मंदिर और झांकी वाले बालाजी मंदिर नजदीक होने के कारण वार्ड से श्रद्धालुओं का ताता लगता है। इस वार्ड में कुल मतदाताओं की संख्या दो हजार तक है और आबादी करीब तीन हजार पार कर चुकी है। वार्ड में सरकारी स्कूल नम्बर दो, स्वास्थ्य केन्द्र और असवाल वाटिका व ग्रीन पार्क वार्डवासियों की सुविधाओं के लिए बनाए हुए है।
ट्रक यूनियन पुलिया से उदाराम चौक तक पानी निकासी नहीं होने से तंग आकर पार्षद अमित चलाना की अगुवाई में वार्डवासियों ने रास्ता जाम कर धरना तक लगाया था।
तब नगर परिषद प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि इस पानी निकासी का स्थायी समाधान करने के लिए कोढि़यों वाली पुलिया से कोडा चौक तक, वहां से तीन पुली होते हुए लिंक चैनल तक पाइपों के जरिए पानी पहुंचाने की व्यवस्था कराई जाएगी। लेकिन इस आश्वासन के बावजूद नगर परिषद प्रशासन ने कदम नहीं उठाया। हालांकि इस संबंध में आरयूआईडीपी और नगर विकास न्यास और अब नगर परिषद को एनओसी मिल चुकी है। लेकिन इस पर काम शुरू नहीं हो पाया है।
इस वार्ड में झोरड़ परिवार का लंबे समय तक दबदबा रहा है। उदाराम झोरड़ वर्ष 1952 से 1974 तक पार्षद रहे, तब यह वार्ड ताराचंद वाटिका तक था। उदाराम चौक उनके नाम से स्थापित किया गया। उनके बेटे धर्मपाल झोरड़ भी पार्षद रहे। इसके बाद इंदिरा झोरड़ और उनके पति जगदीश झोरड़ ने पार्षद बनकर इलाके की आवाज नगर परिषद बोर्ड तक पहुंचाई।
इस बीच, वार्ड पार्षद अमित चलाना के अनुसार वार्ड में पानी निकासी सबसे बड़ी समस्या है। पांच वार्डो का पानी उदाराम चौक तक पहुंचता है। यह पानी आगे गडढों तक पहुंचता था लेकिन वहां गडढे संकरे हो गए है, इससे पानी निकासी अटक रही है।
इस वार्ड में झोरड़ परिवार का लंबे समय तक दबदबा रहा है। उदाराम झोरड़ वर्ष 1952 से 1974 तक पार्षद रहे, तब यह वार्ड ताराचंद वाटिका तक था। उदाराम चौक उनके नाम से स्थापित किया गया। उनके बेटे धर्मपाल झोरड़ भी पार्षद रहे। इसके बाद इंदिरा झोरड़ और उनके पति जगदीश झोरड़ ने पार्षद बनकर इलाके की आवाज नगर परिषद बोर्ड तक पहुंचाई।
इस बीच, वार्ड पार्षद अमित चलाना के अनुसार वार्ड में पानी निकासी सबसे बड़ी समस्या है। पांच वार्डो का पानी उदाराम चौक तक पहुंचता है। यह पानी आगे गडढों तक पहुंचता था लेकिन वहां गडढे संकरे हो गए है, इससे पानी निकासी अटक रही है।
अब लिंक चैनल में पानी डालने के लिए पम्प हाउस बनाने की तैयारी की है। इस समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन तक किए जा चुके है। वार्ड में सीसी रोड सहित अन्य सडकों को सुधारा गया है। ग्रीन पार्क में ओपन जिम और सीसीटीवी कैमरे तक लगाए गए है।
असवाल वाटिका का सौन्दर्यीकरण कराया है। आवारा पशुओं और श्वानों से मुक्ति दिलाई गई है। ट्रक यूनियन पुलिया पर रामनगर द्वार बनाने के लिए टैण्डर भी हुए लेकिन यह काम अटका हुआ है, जल्द होने की उम्मीद है।
इधर, पराजित उम्मीदवार रुपन्दिर यादव का कहना है कि इस वार्ड में पानी निकासी के निराकरण के लिए पिछले 23 सालों से जितने भी पार्षद आए उन्होंने आश्वासन के सिवाय कोई काम नहीं कराया। इस बार भी यही हाल है। ट्रक यूनियन पुलिया काफी ऊंचाई पर बनाई गई है, इस कारण आए दिन दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है।
इधर, पराजित उम्मीदवार रुपन्दिर यादव का कहना है कि इस वार्ड में पानी निकासी के निराकरण के लिए पिछले 23 सालों से जितने भी पार्षद आए उन्होंने आश्वासन के सिवाय कोई काम नहीं कराया। इस बार भी यही हाल है। ट्रक यूनियन पुलिया काफी ऊंचाई पर बनाई गई है, इस कारण आए दिन दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है।
इस पुलिया के पास गंदगी के ढेर है। बरसात का पानी गोडे -गोडे एकत्र रहता है। वार्ड की अधिकांश सड़क सीवर लाइन बिछाने के कारण टूट चुकी है। पार्को में बरसाती पानी कई दिनों तक एकत्र रहता है लेकिन निकासी के इंतजाम नहीं है। मेरी पुकार से विधायक राजकुमार गौड़ ने सड़क का निर्माण कराया है, इससे लोगों को राहत मिली है।
उधर, पूर्व पार्षद जगदीश झोरड़ का कहना है कि ए माइनर के पास अतिक्रमण साफ होने के बाद लोगों को अभी तक पट्टे नहीं मिले है। इस कारण लोग पिछले काफी समय से इंतजार कर रहे है। इससे नगर परिषद को राजस्व मिलेगा वहीं लोगों को राहत मिलेगी।
उधर, पूर्व पार्षद जगदीश झोरड़ का कहना है कि ए माइनर के पास अतिक्रमण साफ होने के बाद लोगों को अभी तक पट्टे नहीं मिले है। इस कारण लोग पिछले काफी समय से इंतजार कर रहे है। इससे नगर परिषद को राजस्व मिलेगा वहीं लोगों को राहत मिलेगी।
मिनी मायापुरी मार्केट से पानी उदाराम चौक तक आता है। इस चौक का ढलान अन्य वार्डो की तुलना में करीब पांच फीट नीचे है, इस कारण तीन दिन तक पानी निकासी नहीं होती। वार्ड में पिछले दस सालों से सड़कें जर्जर अवस्था में है।