हनुमानगढ रोड पर शिव चौक से जगदम्बा अंध विद्यालय तक, सूरतगढ़ रोड पर शिव चौक सुखाडिय़ा सर्किल, सुखाडिय़ा मार्ग, गौशाला मार्ग, रवीन्द्र पथ, पूर्व मंत्री राधेश्याम आवास वाली रोड, मीरा चौक से आरओबी तक मौसम विभाग के सामने, पुरानी आबादी के ताराचंद वाटिका से लेकर माइक्रोटावर तक, उदाराम चौक, जवाहरनगर इंदिरा वाटिका से गगन पथ तक तहसील रोड, ब्लॉक एरिया के एल ब्लॉक, एन ब्लॉक, जी ब्लॉक, पी ब्लॉक, डी ब्लॉक, सी ब्लॉक, पुरानी आबादी, सेतिया कॉलोनी, जवाहरनगर सैक्टर तीन, चार, पांच, छह, सात और आठ के अलावा राणाप्रताप कॉलोनी, जाखड़ कालोनी, भूप कॉलोनी, अग्रसेननगर एरिया में पानी अधिक होने के कारण पानी की निकासी ठप हो गई। इन इलाके के कई घरों में नालियों का पानी घुसने लगा। रविवार को दो दौर की हुई बरसात से पानी की निकासी रात तक निकासी नहीं हो पाई।
बरसाती पानी जिन इलाके में अधिक भराव होता है वहां नगर परिषद प्रशासन की ओर से वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए थे। ये सिस्टम करीब बाइस जगहों पर बनाए गए थे, प्रति सिस्टम पर करीब दो से ढाई लाख रुपए की राशि भी खर्च की गई लेकिन एक भी सिस्टम इस बरसात में उपयोगी साबित नहीं हो पाया। यहां तक कि रामलीला मैदान के दोनों कोने पर दो सिस्टम, मटका चौक, सुखाडिय़ा मार्ग पर बिहाणी खेल मैदान के पास, एन ब्लॉक इंदिरा पार्क, सुखाडिय़ा पार्क, जी ब्लॉक भगतसिंह पार्क, एल ब्लॉक स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय वाटिका आदि इलाकों में ऐसे सिस्टम बनाए गए ताकि बरसाती पानी की तत्काल निकासी भूमि में हो जाएं लेकिन एक भी सिस्टम कारगर साबित नहीं हो पाया है। –
दुपहिया वाहनों की हालत इस बरसात ने सबसे ज्यादा परेशान किया। बरसाती पानी सडक़ों पर माइनर की तरह पसरा नजर आया। सडक़ों पर अधिकांश दुपहिया वाहन आगे बढऩे के प्रयास में परेशानी का सामना करने को मजबूर हो गए। पानी इंजन और संलेसंर में घुसने के कारण दुपहियों को सुरक्षित स्थानों तक घसीटते नजर आए, वहां भी किक मार कर या प्लग को साफ कर दुपहिया वाहनों को स्टार्ट करते की कोशिश में लगे थे। कई चौपहिया वाहन भी बीच सडक़ों पर थम गए।