इस महफिल को आगे बढ़ाने के लिए कलाकारों ने एक से बढक़र गीत प्रस्तुत कर समा बांधे रखा। होली के गीतों पर महिलाएं और बच्चे नाच उठे। सारस्वत ब्राह्मण समाज की ओर से पंचायती धर्मशाला में आयोजित होली स्नेह मिलन कार्यक्रम में रविवार को समाज के मौजूद काफी लोग इस संगीत संध्या के साक्षी बने। करीब दो साल से कोरोनाकाल से दूर रहे लोग इस कार्यक्रम के माध्यम एक दूसरे का अनुभव सांझा किया।
वहीं नए सदस्यों ने अपने परिचय के माध्यम से समाजहित में कार्य करने की बात कही। आयोजकों की ओर से बच्चों को प्रोत्साहित भी किया गया। संगीत के माध्यम से कोरोनाकाल की यादों को भूलने और मां बेटी के रिश्ते को प्रगाढ़ बनाने, संस्कारवान और समाज की एकता पर जोर दिया।
इस मौके पर अध्यक्ष मनोज कपिल का कहना था कि समाज को एक सूत्र में पिराए रखने के लिए एेसे आयोजन जरूरी हैं। वहीं सेवानिवृत्त विद्युत अधिकारी बलदेव शर्मा का मानना था कि समाज की प्रतिभाएं काफी है, इन प्रतिभाओं को एक मंच पर लाना होगा।
कला, शिक्षा, स्वास्थ्य, वकालत, सरकारी महकमे आदि क्षेत्र में समाज के काफी लोग है, सब एक हो जाएं तो कोई भी ताकत हमें कमजोर नहीं कर सकती। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा ने नए सदस्यों से परिचय करवाते हुए कहा कि समाज के लोग हर विभाग और क्षेत्र में कार्यरत हैं। एेसे लोग समाज के सदस्यों के साथ तालमेल करवाकर संबंधित व्यक्ति का काम करवा सकते हेँ।
इससे समाज की एकता स्वयं आएगी। बदलते परिवेश में अब संगठित होने की जरूरत हैं। कार्यक्रम में पूर्व अध्क्ष नरेश शर्मा, बलदेव कृष्ण, निक्कू पंडित, यादवेन्द्र शर्मा, नीरज शर्मा, रमन शर्मा, अशोक, शशि भूषण शर्मा, देवेन्द्र कौशल, पूनम शर्मा, शैली, महेन्द्र बाला, शिवालिका शर्मा, मंजू शर्मा, श्वेता शर्मा, किरण शर्मा, ममता शर्मा, अरविन्द भार्गव आदि मौजूद थे।