योजना के अनुसार जो महिला कृषक अपने कृषि जिन्सों का ई-विक्रय करने के बाद ई-भुगतान प्राप्त करेंगी, उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अंतर्गत 50 हजार रुपए से अधिक का ई-भुगतान होने पर 500 रुपए एवं एक लाख रुपए से अधिक का ई-भुगतान होने पर 1000 रुपए की प्रोत्साहन राशि महिला कृषक के बैंक खाते में डाली जाएगी।
योजना से लाभान्वित होने के लिए महिला कृषक को ई-विक्रय एवं ई-भुगतान का प्रमाण, इसके होने के एक माह में संबंधित कृषि उपज मंडी समिति को देना होता है। इसकी पुष्टि के बाद कृषि उपज मंडी समिति प्रोत्साहन राशि महिला कृषक के खाते में डालेगी। योजना के क्रियान्वयन, प्रचार-प्रसार, मुद्रण, पुरस्कार आदि पर व्यय होने वाली समस्त राशि राज्य कृषि विपणन बोर्ड किसान कल्याण कोष निधि से वहन करेगा।
सरकार कर रही है प्रयास
ई-नाम से अभी तक अपेक्षित संख्या में किसान एवं व्यापारी नहीं जुडऩे पर योजना के प्रदेश प्रभारी रवि चन्द्रा ने कुछ समय पहले संबंधित मंडी समितियों से ब्यौरा प्राप्त किया था। इसमें पाया कि ई-भुगतान का काम गति नहीं पकड़ पाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लिए ‘संकल्प से सिद्धिÓ के अंतर्गत सात सूत्र दिए हैं, इनमें से एक ई-नाम का है। ऐसे में मिशन मोदी को देखते हुए राज्य सरकार ई-नाम को बढ़ावा देने के कई प्रयास कर रही है, उसी कड़ी में महिला कृषकों को प्रोत्साहित करने के लिए योजना लाई गई है।