शहर के करीब साढ़े बारह सौ राशन कार्डों के नाम पर राशन सामग्री के कथित उठाव की गड़बड़ी मामले में एडीएम सिटी ने जांच रिपोर्ट बुधवार शाम को जिला कलक्टर को सौंप दी। राशन डीलर वेद मेहता ने जिला प्रशासन से रसद विभाग में कई वार्डो में राशन सामग्री के नाम पर हुई गड़बड़ी की शिकायतें की थी। इस मामले को लेकर पार्षदों ने भी ऑनलाइन राशन वितरण की गड़बड़ी पकड़ी और शिकायत राज्य के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के मंत्री से की थी।
वहीं स्थानीय विधायक कामिनी जिन्दल ने विधानसभा में भी यह मामला उठाया था। इसके बाद सरकार हरकत में आई और जांच के आदेश किए थे। जयपुर से आई स्पेशल टीम ने अपने स्तर पर जांच की थी। वहीं जिला कलक्टर ने एडीएम सिटी को भी जांच के लिए अधिकृत किया था, एडीएम सिटी वीरेन्द्र वर्मा ने राशन डीलर मेहता की ओर से की गई जांच शुरू की थी, इसमें मेहता के अलावा कई राशन कार्ड धारकों के भी बयान लिए गए।
Video: स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने… इस जांच रिपोर्ट में तत्कालीन जिला रसद अधिकारी सुनील वर्मा और प्रवर्तन अधिकारी संदीप गौड़ के खिलाफ साक्ष्य जुटाने का दावा किया जा रहा है। जांच की अंतिम रिपोर्ट बनाकर जिला कलक्टर ज्ञानाराम को सौँप दी गई है। इधर, शिकायकर्ता मेहता का दावा है कि डीएसओ वर्मा के खिलाफ उसने कई श्किायतें भी की लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ी है। अब एक मामले की जांच जिला प्रशासन ने पूरी करने का दावा किया है। वहीं स्थानीय विधायक कामिनी जिन्दल ने विधानसभा में भी यह मामला उठाया था। इसके बाद सरकार हरकत में आई और जांच के आदेश किए थे। जयपुर से आई स्पेशल टीम ने अपने स्तर पर जांच की थी।
वहीं जिला कलक्टर ने एडीएम सिटी को भी जांच के लिए अधिकृत किया था, एडीएम सिटी वीरेन्द्र वर्मा ने राशन डीलर मेहता की ओर से की गई जांच शुरू की थी, इसमें मेहता के अलावा कई राशन कार्ड धारकों के भी बयान लिए गए।