अनूपगढ शाखा में सात मार्च के बाद सिंचाई के लिए पानी नहीं दिया गया। इसके बाद करीब डेढ माह से अधिक समय तक नहरबंदी ले ली गई। नहरबंदी के बाद किसान सिंचाई के लिए पानी देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन जल संसाधन विभाग ने पेयजल आपूर्ति के लिए कम मात्रा में तथा कम अवधि के लिए नहर में पानी दिया था। मई से 15 जून तक पानी नहीं मिलने के कारण क्षेत्र में नरमा कपास की बुवाई नहीं हो सकी है।
जल संसाधन विभाग श्रीविजयनगर वृत अधीक्षण अभियंता रामसिंह ने बताया कि सिंचित क्षेत्र आयुक्त से तीन में एक ग्रुप में सिंचाई पानी देने के स्वीकृत रेग्यूलेशन मुताबिक बीस जून सुबह से अनूपगढ शाखा को प्रथम वरीयता होने पर सिंचाई के लिए पानी प्रवाहित किया गया है।
बुधवार सुबह छह बजे कम मात्रा में पानी प्रवाहित करने के बाद नौ बजे तक 2400 क्यूसेस पानी कर दिया गया। उन्होंने बताया सूखी पड़ी अनूपगढ शाखा में खाजूवाला के अन्तिम छोर तक पानी गुरुवार शाम छह बजे के आसपास पहुंचेगा। वहीं घड़साना क्षेत्र के हेड पर करीब पन्द्रह घंटे बाद पानी क्रॉस कर जाएगा।
इधर अनूपगढ शाखा में सिंचाई पानी के लिए कांग्रेस ब्लॉक कमेटी घड़साना/अनूपगढ तथा सर्वदलीय संघर्ष समिति ने धरना प्रदर्शन आदि कर मुख्य मांग उठाई थी। आगामी सिंचाई पानी देने की तारीख घोषणा करने की मांग अभी की जा रही है। सर्वदलीय संघर्ष समिति ने इसी मांग को लेकर 29 जून से महापड़ाव की चेतावनी दे रखी है।