जिन घरों में शादी का कार्यक्रम है, उन घरों के यहां आवाजाही के रास्ते ही बंद कर दिए गए है। करीब दो महीने पहले सेतिया कॉलोनी में खोदी गई सड़कों का जीर्णोद्धार अब तक नहीं हो पाया है। तब आरयूआईडीपी के अधिकारियों ने दीपावली के तत्काल बाद इस इलाके में तोड़ी गई सड़कों को दुरुस्त करवा दिया जाएगा लेकिन करीब ढाई महीने बीतने के बावजूद स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं आया। गंदगी के ढेर घरों के आगे पसरे पड़े है।
सेतिया कॉलोनी की गली नम्बर दस में तो सड़क का मलबा उठाने के लिए आरयूआईडीपी ने ध्यान तक नहीं दिया है। यही स्थिति जवाहरनगर इलाके की है। करीब छह साल पहले इस इलाके में सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए ठेका कंपनी यूईएम कंपनी ने सीवर लाइन बिछाई थी लेकिन आज तक इस पाइप लाइन में वाटर टेस्टिंग तक नहीं हुई है।
इलाके के लोगों ने नगर विकास न्यास के तत्कालीन अध्यक्ष संजय महिपाल से आग्रह कर जवाहरनगर सेक्टर छह, सात, तीन, चार, शक्ति मार्ग सहित कई इलाके में सड़क का निर्माण करवाया था। अब इस इलाके में सड़कों को खोद कर आवाजाही का रास्ता बंद कर दिया है।
इस बीच पिछले डेढ़ माह में ब्लॉक एरिया की कई सड़कों को आरयूआईडीपी ने खोद दी है लेकिन जीर्णोद्धार कराने के लिए अभी तक प्रयास शुरू तक नहीं हो पाए है।
इस बीच पिछले डेढ़ माह में ब्लॉक एरिया की कई सड़कों को आरयूआईडीपी ने खोद दी है लेकिन जीर्णोद्धार कराने के लिए अभी तक प्रयास शुरू तक नहीं हो पाए है।
नगर परिषद सभापति करुणा चांडक के एल ब्लॉक स्थित निजी आवास के बाहर सड़क को आरयूआईडीपी ने प्रयोगशाला बना दी है। डेढ़ महीने पहले इस सड़क पर लाइन डाली गई थी, तब आसपास बसे लोगों ने इस लाइन के कामकाज पर सवाल भी उठाए थे।
लेकिन आरयूआईडीपी ने इस संबंध में दीपावली के बाद इसे दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया। लेकिन बुधवार को फिर इस रोड को खोदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लोगों का कहना है कि सभापति से जनहित के कार्य के लिए वहां जाना पड़ता है लेकिन सड़क खुदाई होने के कारण आवाजाही के रास्ते ही बंद कर दिए है।