पति मार्च से लेकर जून तक यहां आते है। लेकिन पिछले दस सालों से हर करवा चौथ पर यह महिला फोन के माध्यम से ही बात करके और फोटो देखकर व्रत खोलती है। इस महिला का कहना है कि परिवारिक सदस्यों के लिए पति को मजबूरन विदेश में रहना पड़ता है। तलविन्द्र कौर जैसी कई महिलाएं और भी है जिनके पति विदेश में है या फिर कलकत्ता जैसे दूर दराज शहरों में कमाई करने के लिए गए हुए है।
इधर, इलाके में अखंड सुहाग की कामना को लेकर करवा चौथ का व्रत अब उत्सव में बदल गया है। पति की दीर्घायु की कामना को लेकर रविवार को उपवास किया। सुबह दस बजे के बाद महिलाओं ने व्रत की कथा सुनने के लिए मंदिरों में पहुंची। कई महिलाएं तो दोपहर बाद मंदिरों में कथा सुनने जाएगी। कईयों ने अपने घरों में तो कईयों ने मोहल्ले में ब्राह्मण परिवार के घर जाकर कथा सुनकर पूजा अर्चना की। रात में चन्द्र दर्शन और पूजन के बाद व्रत का पारणा करेगी।
इधर, करवा चौथ को लेकर मोहल्लों से लेकर बाजारों में दिनभर उत्साह बना रहा। सोने चांदी के जेवरों, साडि़यों, सूटों ओर सौन्दर्य प्रसाधान सामग्री और मनियारी की दुकानों पर खरीददारी के लिए महिलाओं का जमघट लगा रहा। विशेष पकवान के लिए बाजार में दुकानदारों ने स्टॉल लगाकर बेचान किया। इन स्टॉल पर हर प्रकार की मिठाईयां बनाई गई है। घर-घर में महिलाएं करवा चौथ व्रत के दौरान सजने-संवरने और पूजन को लेकर तैयारियों में जुटी हुई है। करवा चौथ को लेकर महिलाएं पारम्परिक रूप से पंजाबी पहवाने को अधिक तवज्जों देते हुए पटियाला सूटों पर डे्रस तैयार करवाई है। वहीं अधिकांश महिलाएं राजस्थानी सांस्कृतिक को झलक दर्शाती साडि़यां तैयार करवाई है।
कई महिलाओं ने स्पेशल राजस्थानी घाघरा और ओढऩी की खरीद की है। विभिन्न कपड़ा बाजार और दुकानों पर सुबह से ही महिलाएं वस्त्रों की खरीदारी में व्यस्त रही। करवा चौथ पर कई महिलाएं ब्यूटी पार्लर में सजेगी और संवरेगी। इसके लिए महिलाएं बुकिंग करवा रही है।
वहीं अपने हाथों पर पारम्परिक और कलात्मक मेहंदी और मांडणा रचाने के लिए भी दुकानों पर पहुंची। दुकानों के बाहर एेसे कलाकारों और युवतियों ने एक सौ रुपए से लेकर पांच सौ रुपए तक मेहंदी लगाने के एवज में वसूल किए।
वहीं ज्वैलर्स शोरूम पर अपनी मनपंसद के सोने और चांदी के आभूषणों को खरीदने भी पहुंची। कई पुरुषों ने भी सोने व चांदी के जेवरों की खरीद की है ताकि करवा चौथ पर अपनी पत्नी को गिफ्ट आइटम के रूप में दे सके।
इस बीच, ज्योतिष आचार्य पंडित शिवदयाल शास्त्री ने बताया कि पति की दीघार्यु स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना के लिए पत्नी अपने पति के लिए एवं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति की कामना को लेकर करवा चौथ का व्रत रखती है। इस दिन रात्रि में भगवान गणेश एवं पार्वती का पूजन कर कथा को सुना जाता है। पूरे दिन व्रत कथा का महत्व है। कोई समय निर्धारित नहीं है।