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अब तीन दिन से नहर की सफाई शुरू करवाई जल संसाधन विभाग ने अब 16 अप्रेल,17 व 18 अप्रेल से तीन दिन से खखां हैड से नीचे शिवपुर हैड और इसके आगे की नहरों की साफ-सफाई का कार्य शुरू करवाया है। खखां हैड से नीचे की बर्म कटिंग व सिल्ट निकालने पर करीब दस लाख रुपए की राशि खर्च होने का अनुमान है। यह राशि गंगनहर प्रोजेक्ट चेयरमैन के खाता से एक बार खर्च की जाएगी और इसमें नहर के वितरण अध्यक्षकों का भी सहयोग रहेगा। उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग ने नहरबंदी में खखां हैड,शिवपुर,कालूवाला,नेतेवाला,फकीरवाली,सुलेमानकी,डाबला व पीएस हैडों के गेट बंद कर जल भंडारण किया गया था। इस कारण राजस्थान के हिस्से में जल संसाधन विभाग ने गंगनहर की साफ-सफाई का कार्य शुरू नहीं करवाया गया। इसके बाद विभाग ने नहर बंदी को तीन दिन के लिए बढ़ा दिया गया।
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अब तीन दिन से नहर की सफाई शुरू करवाई जल संसाधन विभाग ने अब 16 अप्रेल,17 व 18 अप्रेल से तीन दिन से खखां हैड से नीचे शिवपुर हैड और इसके आगे की नहरों की साफ-सफाई का कार्य शुरू करवाया है। खखां हैड से नीचे की बर्म कटिंग व सिल्ट निकालने पर करीब दस लाख रुपए की राशि खर्च होने का अनुमान है। यह राशि गंगनहर प्रोजेक्ट चेयरमैन के खाता से एक बार खर्च की जाएगी और इसमें नहर के वितरण अध्यक्षकों का भी सहयोग रहेगा। उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग ने नहरबंदी में खखां हैड,शिवपुर,कालूवाला,नेतेवाला,फकीरवाली,सुलेमानकी,डाबला व पीएस हैडों के गेट बंद कर जल भंडारण किया गया था। इस कारण राजस्थान के हिस्से में जल संसाधन विभाग ने गंगनहर की साफ-सफाई का कार्य शुरू नहीं करवाया गया। इसके बाद विभाग ने नहर बंदी को तीन दिन के लिए बढ़ा दिया गया।
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हरिके बैराज से आज छोड़ा जाएगा सिंचाई पानी
---- जल संसाधन विभाग ने पांच से 15 अप्रेल तक नहरबंदी ली थीं और फिर नहर की साफ-सफाई नहीं होने पर नहरबंदी तीन दिन तक बढ़ा दी गई। सोमवार रात्रि 12 बजे तक नहरबंदी समाप्त हो गई। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता चावला ने बताया कि हरिके बैराज से सोमवार-मंगलवार मध्य रात्रि 12 से सुबह छह बजे तक पानी छोड़ा जा सकता है और खखां हैड पर बुधवार शाम तक पानी आने की संभावना है और गुरुवार तक गंगनहर में पूरा पानी हो जाएगा।
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---- जल संसाधन विभाग ने पांच से 15 अप्रेल तक नहरबंदी ली थीं और फिर नहर की साफ-सफाई नहीं होने पर नहरबंदी तीन दिन तक बढ़ा दी गई। सोमवार रात्रि 12 बजे तक नहरबंदी समाप्त हो गई। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता चावला ने बताया कि हरिके बैराज से सोमवार-मंगलवार मध्य रात्रि 12 से सुबह छह बजे तक पानी छोड़ा जा सकता है और खखां हैड पर बुधवार शाम तक पानी आने की संभावना है और गुरुवार तक गंगनहर में पूरा पानी हो जाएगा।
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किसान आज पंजाब जाएंगे
पंजाब में बीकानेर कैनाल की साफ-सफाई,अवैध पाइप लाइन से पानी चोरी करने के लिए पाइप लाइन हटाने आदि का कार्य किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार सुबह गुरुद्वारा सिंह सभा से करीब दो-ढाई सौ किसान जीकेएस की टीम सहित पंजाब में नहर की साफ-सफाई के लिए जाएगी।
पंजाब में बीकानेर कैनाल की साफ-सफाई,अवैध पाइप लाइन से पानी चोरी करने के लिए पाइप लाइन हटाने आदि का कार्य किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार सुबह गुरुद्वारा सिंह सभा से करीब दो-ढाई सौ किसान जीकेएस की टीम सहित पंजाब में नहर की साफ-सफाई के लिए जाएगी।
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नहरबंदी में अब नहरबंदी समाप्त हो गई है तथा बीकानेर कैनाल की साफ-सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गई है। टीम ने सोमवार को पंजाब जाकर नहर का निरीक्षण है। जगह-जगह सिल्ट व बर्म कटिंग नहर से निकाली जानी शेष है तथा पुलों में झाड़-झंखाड़ नहीं निकाली गई है।
नहरबंदी में अब नहरबंदी समाप्त हो गई है तथा बीकानेर कैनाल की साफ-सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गई है। टीम ने सोमवार को पंजाब जाकर नहर का निरीक्षण है। जगह-जगह सिल्ट व बर्म कटिंग नहर से निकाली जानी शेष है तथा पुलों में झाड़-झंखाड़ नहीं निकाली गई है।
गुरबलपाल सिंह संधू,पूर्व प्रोजेक्ट चैयरमैन,गंगनहर।
शिवपुर हैड से आगे नहर की साफ-सफाई के नाम पर लीपापोती की जा रही है और नहरों की पूरी तरह से साफ-सफाई नहीं हो रही है और सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर बजट उठाने का काम किया जा रहा है। पुलों पर जगह-जगह कचरा व झाड़-झंखाड़ बाधा बने हुए हैं और इनको निकालने का काम नहीं किया जा रहा है।
शिवपुर हैड से आगे नहर की साफ-सफाई के नाम पर लीपापोती की जा रही है और नहरों की पूरी तरह से साफ-सफाई नहीं हो रही है और सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर बजट उठाने का काम किया जा रहा है। पुलों पर जगह-जगह कचरा व झाड़-झंखाड़ बाधा बने हुए हैं और इनको निकालने का काम नहीं किया जा रहा है।
रघुवीर ताखर,राष्ट्रीय अध्यक्ष,किसान दल। बीकानेर कैनाल की 45 आरडी से 50 आरडी तक नहर में सिल्ट बहुत ज्यादा थीं। इस कारण नहर की गेज भी प्रभावित होती थी। अब मूड में नहर की अच्छी तरह से सफाई करवा दी गई है। जबकि 45 आरडी से 368 आरडी तक नहर की साफ-सफाई हुई है और कुछ जगह अभी भी काम चल रहा है। अब इस नहर की सफाई से दो साल तक नहरबंदी लेने की आवश्यकता नहीं होगी। किसान संगठनों ने भी इस बार अच्छा सहयोग किया है।
बलविंद्र कुमार,अधिशासी अभियंता,जल संसाधन विभाग फिरोजपुर फीडर। 45 आरडी से 368 आरडी तक बीकानेर कैनाल की नहरबंदी में साफ-सफाई करवाई जा रही है। एक-एक आरडी पर नहर की सफाई का कार्य की निरागनी की गई है। इस नहर की 90 प्रतिशत बर्म कटिंग और 50 से 60 प्रतिशत तक सिल्ट निकालने का कार्य किया गया है। खखां हैड से आगे अब तीन दिन से नहर की साफ-सफाई का कार्य शुरू किया है और बुधवार तक नहर में सिंचाई पानी आएगा तब तक नहर की सफाई का कार्य जारी रहेगा। नहर में चलते पानी में भी बर्म कटिंग करवाई जाएंगी।
हरविंद्र सिंह गिल,प्रोजेक्ट चैयरमैन,गंगनहर।
पंजाब एरिया क्षेत्र में बीकानेर कैनाल में नहर की 45 आरडी से 368 आरडी तक नहरबंदी में जहां पर आवश्यकता थी वहां पर साफ-सफाई करवाई गई है। जहां पर ज्यादा सिल्ट और बर्म कटिंग थी,वहां पर सफाई हो चुकी है तथा कुछ जगह बर्म कटिंग नहीं हो पाई है वहां पर चलती नहर में भी सफाई करवा दी जाएगी। साथ ही राजस्थान व पंजाब के दल ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कर लिया है और कहां-कहां पर कितनी-कितनी साफ-सफाई हुई। इसी हिसाब से राशि का भुगतान किया जाएगा।
हरविंद्र सिंह गिल,प्रोजेक्ट चैयरमैन,गंगनहर।
पंजाब एरिया क्षेत्र में बीकानेर कैनाल में नहर की 45 आरडी से 368 आरडी तक नहरबंदी में जहां पर आवश्यकता थी वहां पर साफ-सफाई करवाई गई है। जहां पर ज्यादा सिल्ट और बर्म कटिंग थी,वहां पर सफाई हो चुकी है तथा कुछ जगह बर्म कटिंग नहीं हो पाई है वहां पर चलती नहर में भी सफाई करवा दी जाएगी। साथ ही राजस्थान व पंजाब के दल ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कर लिया है और कहां-कहां पर कितनी-कितनी साफ-सफाई हुई। इसी हिसाब से राशि का भुगतान किया जाएगा।
धीरज चावला,अधीक्षण अभियंता,जल संसाधन विभाग,श्रीगंगानगर।