एसीबी के डीएसपी भूपेन्द्र सोनी ने बताया कि गांव चक दो एसडी (संगीता) निवासी कृष्णलाल पुत्र देवीलाल ने शिकायत दी कि गांव में भूमि विकास मय समतलीकरण राजकीय प्राथमिक पाठशाला चक एसएलडी का कार्य मेट के रूप में पखवाड़ा 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2021 तक कराया गया था।
जो पूर्ण होने पर श्रमिकों के मस्ट्रोल को भुगतान के लिए ग्राम पंचायत के एलडीसी बृजलाल जमा करवा दिया था। इस पर श्रमिकों का माह नवंबर व दिसंबर का भुगतान खाते में आ गया। अब एलडीसी बृजलाल नए काम का मस्ट्रोल जारी करने से पहले परिवादी से पिछले पखवाड़े मस्ट्रोल की एवज में छह-सात हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। परिवादी पर लोगों की फर्जी हाजरी लगाकर रुपए ऐंठने का आरोप लगाकर रिश्वत मांग रहा है।
परिवादी की रिपोर्ट मिलने के बाद ब्यूरो की टीम ने 18 जनवरी को रिश्वत मांग का सत्यापन कराया। इस दौरान आरोपी एलडीसी बृजलाल 6500 रुपए रिश्वत लेना तय हुआ। इसी दौरान एलडीसी ने 1500 रुपए की नकदी मौके पर ही रिश्वत के दी। शेष पांच हजार रुपए बाद में लेना तय हुआ।
शुक्रवार को कार्यालय ग्राम पंचायत दो एसडी (संगीता) में परिवादी कृष्णलाल से आरोपी एलडीसी बृजलाल ने रिश्वत की राशि पांच हजार रुपए ली तो एसीबी की टीम ने उसको रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कार्रवाई चलती रही। एसीबी की इस कार्रवाई से इलाके के पंचायत कर्मचारियों व अन्य विभाग के कर्मचारियों में हडक़ंप मच गया।
कार्रवाई में एसीबी डीएसपी भूपेन्द्र सोनी, एएसआई हंसराज शर्मा, मुख्य आरक्षी आनंद कुमार, संजीव छिम्पा, कांस्टेबल भवानी सिंह, आशीष कुमार, बजरंगलाल, नरेश कुमार, पूर्ण सिंह, विजय प्रसाद व भंवरराम शामिल रहे।