इस रैन बसेरे में शौचालय और स्नानघर पुराने ढर्रे पर चल रहा था। मुख्य गेट पर ताला जड़ा हुआ था। जहां लोगों के सोने के लिए कक्ष बनाया गया है, उसकी खिड़कियों के शीशे टूटे हुए थे। दूसरा रैन बसेरा पुरानी आबादी में सुखवंत सिनेमा के पास है। इस रैन बसेरे में ठहरने की व्यवस्था बेहतर मिली। गर्म पानी के लिए बकायदा गीजर लगा हुआ था, इस गीजर से गर्म पानी भी जांचा तो यह घर जैसी व्यवस्था की हकीकत बयां कर रहा था।
वहीं रात को अलाव तापने के लिए बकायदा लकड़ी की व्यवस्था भी गई है। सोने के लिए गर्म बिस्तर है। वहीं सफाई के लिए बकायदा सफाई कर्मचारी को नियमित डयूटी पर रखा गया है। नगर परिषद की ओर से रैन बसेरा प्रभारी प्रेम चुघ का कहना था कि दोनों रैन बसेरे में सोने के लिए गर्म बिस्तर नए मंगवाए गए है। नियमित सफाई कराई जाती है।
रात के समय अलाव तापने की व्यवस्था भी की गई है। यदि किसी जरुरतमंद लोग को खाने की जरुरत होती है तो तत्काल भोजन उपलब्ध कराने के लिए निगरानी के लिए नगर परिषद कार्मिक को कॉल की जाती है।