– चुनाव में मैदान में आए थे 9 प्रत्याशी, मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच श्रीगंगानगर। गंगानगर लोकसभा चुनाव में मतों की गिनती और परिणाम आज गुरुवार को खालसा शिक्षण संस्था में किया जाएगा। सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू की जाएगी। लोकसभा क्षेत्र में श्रीगंगानगर जिले की पांच और हनुमानगढ़ जिले की तीन कुल आठ विधानसभाओं के मतदाताओं की गणना होगी। जिला कलक्टर एवं संसदीय क्षेत्र रिटर्निंग अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि सुबह आठ बजे बैलेट पेपरों की गणना एक ही हॉल में आठ टेबलों पर की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे श्रीगंगानगर, सादुलशहर, श्रीकरणपुर, सूरतगढ़, रायसिंहनगर, संगरिया, हनुमानगढ़ और पीलीबंगा विधानसभा के ईवीएम से मतों की गिनती शुरू होगी। इस चुनाव में कुल 9 प्रत्याशी थे। इसमें भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार निहालचंद मेघवाल, इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी भरतराम मेघवाल, कम्यूनिष्ट पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार रावताराम, बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार लूणाराम, निर्दलीय उम्मीदवार तीतर सिंह, निर्दलीय उम्मीदवार नरेश कुमार, निर्दलीय उम्मीदवार डॉ0 बालकृष्ण पंवार, निर्दलीय उम्मीदवार भजन सिंह घारू तथा निर्दलीय उम्मीदवार सतीश कुमार शामिल है।
…….मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच रहने की संभावना है। -श्रीगंगानगर विधानसभा में सबसे कम राउण्ड
जिला कलक्टर नकाते ने बताया कि गुरुवार को मतगणना प्रत्येक विधानसभावार होगी। सबसे ज्यादा राउण्ड श्रीकरणपुर और हनुमानगढ़ विधानसभा में 22-22 में होगी। वहीं सबसे कम राउण्ड श्रीगंगानगर विधानसभा में होंगे। यहां 16 राउण्ड में गिनती हो जाएगी। उन्हेांने बताया कि सूरतगढ विधानसभा में 19 राउण्ड, रायसिंहनगर विधानसभा में 20, संगरिया विधानसभा में 19, पीलीबंगा विधानसभा मं 21 राउण्ड रखें गए है। उन्होंने बताया कि पांच विधानसभाओं के मतदाताओं की गिनती 14 टेबलें और तीन विधानसभा के मतदाताओं की गिनती 12-12 टेबलों पर होगी।
जिला कलक्टर नकाते ने बताया कि गुरुवार को मतगणना प्रत्येक विधानसभावार होगी। सबसे ज्यादा राउण्ड श्रीकरणपुर और हनुमानगढ़ विधानसभा में 22-22 में होगी। वहीं सबसे कम राउण्ड श्रीगंगानगर विधानसभा में होंगे। यहां 16 राउण्ड में गिनती हो जाएगी। उन्हेांने बताया कि सूरतगढ विधानसभा में 19 राउण्ड, रायसिंहनगर विधानसभा में 20, संगरिया विधानसभा में 19, पीलीबंगा विधानसभा मं 21 राउण्ड रखें गए है। उन्होंने बताया कि पांच विधानसभाओं के मतदाताओं की गिनती 14 टेबलें और तीन विधानसभा के मतदाताओं की गिनती 12-12 टेबलों पर होगी।
-जीते तो निहाल बनाएंगे कांग्रेस का रिकॉर्ड
भाजपा प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद निहालचंद इस बार सातवीं बार भाजपा टिकट से चुनाव लड़ रहे है। वे चार बार सांसद चुने जा चुके है। लेकिन दो बार हार का सामना कर चुके है। वर्ष 1952 से लेकर 1971 तक कांग्रेस के पन्नालाल सांसद बनते रहे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी टीम में निहालचंद को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में केन्द्रीय राज्य मंत्री का पद तक दिया था।
भाजपा प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद निहालचंद इस बार सातवीं बार भाजपा टिकट से चुनाव लड़ रहे है। वे चार बार सांसद चुने जा चुके है। लेकिन दो बार हार का सामना कर चुके है। वर्ष 1952 से लेकर 1971 तक कांग्रेस के पन्नालाल सांसद बनते रहे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी टीम में निहालचंद को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में केन्द्रीय राज्य मंत्री का पद तक दिया था।
रायसिंहनगर के पास बाजूवाला की एक ढाणी में जन्मे निहालचंद के पिता बेगाराम चौहान एक बार विधायक और दो बार सांसद रहे थे। बेगाराम की मृत्यु के बाद निहालचंद ने राजनैतिक पारी शुरू की। 1996 में 11वीं लोकसभा के चुनाव में गंगानगर से जीतकर उन्होंने देश में सबसे कम उम्र के सांसद होने का गौरव हासिल किया।
-दूसरी बार जीतने की उम्मीद बंधी
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भरतराम मेघवाल अपनी दूसरी जीत के प्रति आश्वास्त है। वर्ष 2009 में भरतराम ने निहालचंद को हराकर सांसद बनने का गौरव प्राप्त किया था। लेकिन वर्ष 2014 में भरतराम को टिकट नहीं मिला था, कांग्रेस ने तब पूर्व शिक्षा मंत्री भंवरलाल मेघवाल को अपना प्रत्याशी बनाया था। पिछले दस सालों से कांग्रेस ने यहां से जीत का स्वाद नहीं चखा है।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भरतराम मेघवाल अपनी दूसरी जीत के प्रति आश्वास्त है। वर्ष 2009 में भरतराम ने निहालचंद को हराकर सांसद बनने का गौरव प्राप्त किया था। लेकिन वर्ष 2014 में भरतराम को टिकट नहीं मिला था, कांग्रेस ने तब पूर्व शिक्षा मंत्री भंवरलाल मेघवाल को अपना प्रत्याशी बनाया था। पिछले दस सालों से कांग्रेस ने यहां से जीत का स्वाद नहीं चखा है।
रावतसर में प्राइवेट स्कूल शिक्षक भरतराम मेघवाल साधारण परिवार से है। राज्य में इस बार कांग्रेस सरकार होने के कारण भरतराम ने दोनेां जिलों में प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके नामांकन दाखिल कराने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने यहां आकर जनसभा तक की थी।