– बम्पर आवक : समर्थन मूल्य पर सरसों खरीद केन्द्र टिण्डा मण्डी में सरसों की आवक बम्पर बनी हुई है, सुबह-सवेरे से ही काश्तकार खरीद केन्द्र पर सरसों लेकर पहुंच रहा है, प्रतिदिन करीब 50-60 ट्रेक्टर-ट्रालियां सरसों की आवक हो रही है। करीब तीन हजार थैलों की आवक बनी हुई है। आवक अधिक होने के कारण ट्रैक्टर-ट्रॉलियां खरीद केन्द्र के बाहर मुख्य व्यस्तम सड़क पर कतारबद्ध लग जाती हैं। जिससे दोपहर बाद तक यातायात जाम की स्थिति बनी रहती है।
– अब तक इतनी हो चुकी है खरीद : समर्थन मूल्य पर राजफेड के लिए खरीद एजेन्सी सादुलशहर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के सरसों खरीद केन्द्र प्रभारी रामेश्वर रिवाड़ ने बताया कि सोमवार तक सरसों के करीब 55 हजार थैले खरीद किए जा चुके हैं तथा उठाव भी लगातार हो रहा है। इसके अलावा 10 अप्रैल तक सरसों खरीद का भुगतान राजफेड की ओर से किसानों के खातों में जमा करवाया जा चुका है तथा 30 अप्रैल तक के बिल खरीद एजेन्सी की ओर से भिजवाऐ जा चुके हैं।
समिति के मुख्य व्यवस्थापक मुकेश मीना ने बताया कि 30 अप्रैल तक की सरसों खरीद का भुगतान आगामी एक-दो दिन में होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य पर सरसों खरीद के लिए केन्द्र पर समस्त आवश्यक सुविधाऐं मुहैया करवाई गई है। इसके अलावा बारदाना की भी कोई कमी नहीं है।
– यातायात हुआ बाधित : समर्थन मूल्य पर खरीद केन्द्र टिण्डा मण्डी शहर की अति व्यस्त सड़क मार्ग पर है। इस मार्ग के नजदीक बस स्टेण्ड, राबाउमावि व राजकीय महिला महाविद्यालय, स्टेट वेयर हाऊस आदि हैं। इस कारण बस स्टेण्ड से हनुमानगढ़ व संगरिया जाने वाली बसें व यहां से आने वाली बसों की आवाजाही हर समय बनी रहती है, इसके अलावा बाजार साथ लगते होने के कारण यह व्यस्तम मार्ग है।
सरसों की आवक बम्पर बने रहने के कारण खरीद केन्द्र के बाहर मुख्य सड़क के दोनों ओर सरसों तुलाव के इन्तजार में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतार लग जाती है,यह सड़क संकरी हो जाती है, जिससे दिन में कई बार यातायात जाम की स्थिति भी बन जाती है।
– निर्धारित खरीद सीमा बनी किसानों के लिए परेशानी : सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर सरसों खरीद की सीमा प्रत्येक काश्तकार के लिए अधिकतम 40 क्विंटल होने के कारण शेष सरसों किसान खुले बाजार में बेचने को मजबूर है। व्यापारी प्रतिनिधि तुलसीराम सारस्वत ने बताया कि धान मण्डी में करीब डेढ़ हजार किवन्टल सरसों प्रतिदिन आवक हो रही है, यह सरसों व्यापारी खरीद रहे हैं। जिसका भाव भी सोमवार को अधिकतम 3650 रुपये रहा। सरसों खरीद की सीमा 40 क्विंटल होने के कारण किसान बुरी तरह से परेशान हैं।