सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा ने बताया कि रूस-यूक्रेन में युद्ध के कारण वहां अध्यनरत अधिकांश स्टूडेंट्स वापस स्वदेश लौट रहे हैं। 'Mansamvad' for students coming from war-torn Ukraine युद्ध त्रासदी को छात्र-छात्राओं ने बहुत नजदीक से देखा है, जिससे उनके मन मस्तिस्क पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्हें ऐसी हर परेशानी से बचाने के लिए राज्य सरकार ने मनसंवाद टोल फ्री हेल्पलाइन सेवा प्रारंभ की है।
यह सेवा इन स्टूडेंट्स के भावनात्मक एवं मानसिक स्वास्थ्य के विकास में बेहद कारगर साबित होगी। 'Mansamvad' for students coming from war-torn Ukraine हेल्पलाइन के जरिए विषय विशेषज्ञों द्वारा मानसिक एवं भावनात्मक विषयों पर परामर्श एवं अन्य जानकारियां प्रदान की जा रही हैं।
यह हेल्पलाइन सेवा सभी कार्य दिवसों में प्रात: 9 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित होगी। जिला अस्पतालों में संचालित जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मानसिक स्वास्थ्य देखरेख के लिए चिकित्सकों की ओर से नि:शुल्क चिकित्सकीय उपचार एवं परामर्श (काउंसलिंग) भी प्रदान की जा रही है।
वहीं आरसीएचओ डॉ. अखिलेश शर्मा ने बताया कि जिले के 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग और 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के शत-प्रतिशत रूप से वैक्सीनेशन के लिए विशेष टीकाकरण अभियान शुरू किया है। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित आशा सहयोगिनियों व स्वास्थ्य कार्मिकों का अहम योगदान रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान सभी ईंट भट्टो, झुग्गी-झोंपड़ी, बस स्टेंड सहित अन्य इलाकों में टीकाकरण किया जाएगा। यहां ऐसे बच्चों के चिन्हित किया गया है जिनके अभी तक किसी कारण से टीकाकरण नहीं हुआ है।
खासकर, ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं जाते और उनके पास कोई पहचान पत्र नहीं है। अब ईंट भट्टा संचालक, मैनेजर, सुपरवाइजर या इसी तरह अन्य संस्थान के प्रभारी या सुपरवाइजर द्वारा चिन्हित करने पर उनके पहचान पत्र के आधार पर टीकाकरण किया जाएगा।