सांझ ढलते ही दुकानदार अपनी दुकानों का सामान समेटने लगे है। वहीं ग्राहकों ने कोरोनाकाल में जारी हुई नई गाइड लाइन को देखते हुए अब खरीददारी दिन में ही करने लगे है। एेसे में बाजार क्षेत्र में दिन में एकाएक ग्राहकी बढ़ी है। रात आठ बजे दुकानदार अपनी दुकानों की बजाय घरों पर रहने लगे है।
इसका फायदा सैल्समैनों को अधिक हुआ है, शाम सात बजे के बाद दुकानें बंद होने पर सैल्समैन भी अपने घरों की ओर लौटने लगे है। लेकिन होटल और रेस्टोरेंट के संचालकों व रेहड़ी लगाकर अन्य खाद्य सामग्री बेचने वाले के लिए रात्रिकालीन कफ्र्यू से कारोबार प्रभावित हुआ है।
दीपावली के बाद आई इन दुकानों, रेहडि़यों, होटलों, रेस्टोरेंट पर चहल पहल एकाएक बढ़ी थी लेकिन पिछले चौबीस घंटे में सन्नाटा पसरने लगा है। इधर, रात को होने वाले शादी कार्यक्रमों में भीड़ पहले की तुलना में कम हुई है। कफ्र्यू के चक्कर में लोग अपने घरों से बाहर निकलने से बच रहे है
इधर, जिले की आठ नगर पालिकाओं में रात्रिकालीन कफ्र्यू से चुनावी प्रचार पर असर पड़ा है। सांझ होते ही बनने वाली चुनावी चौपाल और हथाई पर ब्रेक लग गया है।
इधर, जिले की आठ नगर पालिकाओं में रात्रिकालीन कफ्र्यू से चुनावी प्रचार पर असर पड़ा है। सांझ होते ही बनने वाली चुनावी चौपाल और हथाई पर ब्रेक लग गया है।
दावत उड़ाने के लिए होने वाले कार्यक्रम भी बंद कर दिए गए है। वहीं चौक चौराहों पर पनवाड़ी के खोखे पर संबंधित पालिका क्षेत्र में वार्ड पार्षदों के प्रत्याशियों की स्पर्धा संबंधित चर्चा अब बंद हो गई है। शाम को एक साथ दस से बीस लोगों की टोलियां डोर टू डोर प्रचार कर रही थी, वह अब शाम की बजाय सुबह सात बजे करने लगी है। रात को होने वाली नुक्कड़ सभाएं भी बंद हो गई है। .
इस बीच नाइट कफर्यू का असर सब्जी मंडी पर दिखाई देने लगा है। शाम छह बजे के बाद अधिकांश सब्जी की रेहडि़यां अपने घरों की ओर से रवाना हो लगी है। वहीं थडी पर सब्जी बेचने वाले दुकानदार बार बार ग्राहकों से सब्जी लेने का आग्रह करते नजर आएं।
इस बीच नाइट कफर्यू का असर सब्जी मंडी पर दिखाई देने लगा है। शाम छह बजे के बाद अधिकांश सब्जी की रेहडि़यां अपने घरों की ओर से रवाना हो लगी है। वहीं थडी पर सब्जी बेचने वाले दुकानदार बार बार ग्राहकों से सब्जी लेने का आग्रह करते नजर आएं।
बुधवार को बीरबल चौक के पास सब्जी मंडी में दुकानदारों ने ग्राहकों से बोले कि आप जल्दी करो नहीं तो पुलिस आ जाएगी। इन दुकानदारों का इशारा शाम सात बजे दुकानें बंद करने के आदेश पर था। रात आठ बजे से शुरू होने वाले कफ्र्यू को देखते हुए दुकानदार अपनी दुकानें शाम साढ़े छह बजे के बाद बंद करना शुरू कर देते है।
इधर, गली मोहल्ले में भी नाइट कफ्र्यू का असर दिखने लगा है। मोहल्ले के दुकानदार रात आठ बजे तक दुकानें खोलते है।
इधर, गली मोहल्ले में भी नाइट कफ्र्यू का असर दिखने लगा है। मोहल्ले के दुकानदार रात आठ बजे तक दुकानें खोलते है।
अग्रसेननगर चौक पर रात आठ बजे जैसे ही पुलिस की जीप आई तो वहां दुकानदारों में खलबली मच गई। कई दुकानदार तो दुकान का आधा शट्टर बंद कर सामान बेच रहे थे, पुलिस आने की सूचना पर शट्टर को पूरा बंद कर दिया।
इसी प्रकार जवाहरनगर सैक्टर सात में पुलिस की गश्त में लगी गाड़ी का सायरन सुना तो एक परचून दुकानदार ने दुकान को बंद कर दिया।