बैठक में नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करने, दुकानों के आगे सामान रखकर अतिक्रमण करने, रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट के आगे अव्यवस्थित ढंग से टैम्पों खड़ा होने, बैंकों के आगे अव्यवस्थित वाहन खड़े होने, पुराना बस स्टेण्ड के आगे निजी वाहन खड़े होने, बीकानेर रोड पर पट्टिका के बाहर भी भारी वाहन खड़े होने, सडक़ पर सेना के वाहन खड़े होने, मुख्य बस स्टेण्ड के गेट पर लोक परिवहन की बसें के खड़े होने आदि की समस्याओं पर विस्तारपूर्वक विचार विर्मश किया गया।
इस मौके पर एसडीएम रामावतार कुमावत ने कहा कि शहर की ट्रेफिक व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। इस व्यवस्था में सुधार करने के लिए सबकों मिलकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नगरपालिका दुकानों के आगे थड़ों पर सामान रखने वाले दुकानदारों का सामान जब्त करके नियमानुसार निलामी करवाई जाए। रेहड़ी वालों को भी व्यवस्थित रुप से खड़ा करवाया जाए। रेहड़ी वालों के रजिस्ट्रेशन करवाए तथा उनकी कार्यशाला भी आयोजित की जाए। एसडीएम ने कहा कि आवारा पशुओं को पकडऩे के अभियान को ओर तेज किया जाए।
आवारा पशुओं को शहर में छोडऩे वालों के खिलाफ कारवाई करने के लिए नगरपालिका कर्मियों की निगरानी कमेटी बनाई जाए। उन्होंने पंचायत समिति के विकास अधिकारी विनोद रेगर को सभी ग्राम पंचायतों को पाबंद करके शहरी क्षेत्र में आवारा पशुओं को नहीं छोडऩे के लिए भी ग्रामीणों को पाबंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीकानेर रोड पर चिन्हित स्थानों पर. स्पीड ब्रेकर बनवाए ताकि सडक़ हादसों पर अंकुश लग सके। उन्होंने आगामी बैठक बुलाने के लिए नगरपालिका के ईओ व ट्रेफिक पुलिस इंचार्ज उमाशंकर को पाबंद किया।
बैठक में तहसीलदार प्रदीप चाहर, व्यापार मण्डल अध्यक्ष ललित सिडाना, बीसीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल,रोडवेज निगम के रणजीत सिंह, लोक परिवहन यूनियन के अमर अग्रवाल आदि ने विचार रखे। इसके बाद तहसीलदार, ईओ व ट्रेफिक प्रभारी ने नए बस स्टेण्ड, सुभाष चौक, फार्म रोड, पुरानी धानमण्डी का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाने पर भी चर्चा की।