scriptदेरी से आए मंत्री और सांसद, विधायक पहुंचे ही नहीं, इंतजार करते-करते चले गए स्कूलों के बच्चे | minister and mp reached very late in road safety workshop | Patrika News

देरी से आए मंत्री और सांसद, विधायक पहुंचे ही नहीं, इंतजार करते-करते चले गए स्कूलों के बच्चे

locationश्री गंगानगरPublished: May 11, 2018 09:59:00 pm

Submitted by:

vikas meel

– परिवहन विभाग ने आयोजित की थी सड़क सुरक्षा जन जागरूकता कार्यशाला
 

workshop

workshop

श्रीगंगानगर.

परिवहन विभाग की ओर से शुक्रवार को नोजगे पब्लिक स्कूल के ऑडिटोरियम में सड़क सुरक्षा जन जागरूकता पर कार्यशाला हुई। इसमें खान राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी और सांसद निहालचंद मेघवाल काफी देरी से पहुंचे। कार्यशाला में खान मंत्री के भाषण पूरा होने से पहले ही कई स्कूलों के छात्र-छात्राएं उठकर चले गए। इन स्कूली बच्चों को सुबह 10 बजे कार्यशाला के लिए बुलाया गया था ,जबकि सांसद निहालचंद लगभग 11.10 बजे और खान राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी 11.05 बजे ऑडिटोरियम पहुंचे। कार्यशाला में आमंत्रित विधायकों में गुरजंटसिंह बराड़ (सादुलशहर), राजेन्द्र भादू (सूरतगढ़), शिमला बावरी (अनूपगढ़), कामिनी जिन्दल (श्रीगंगानगर) और सोना देवी बावरी (रायसिंहनगर) थीं, लेकिन पांचों विधायक कार्यशाला में नहीं आए।

 

चुनावी साल के चलते इन विधायकों ने सड़क सुरक्षा जन जागरूकता के बजाए अपने विधानसभा क्षेत्र को ही प्राथमिकता दी। कार्यशाला में खान राज्यमंत्री ने बच्चों को सड़क सुरक्षा के नियमों को लेकर शपथ दिलाई। कार्यक्रम में आरटीओ राजेश शर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी अशोक वधवा, नोजगे स्कूल के एमडी पीएस सूदन, भाजपा नेता हरभजनसिंह, रमजानअली, प्रदीप धेरड़, सुशील श्योराण, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और नोहर के जिला परिवहन अधिकारी भी मौजूद थे। नोजगे स्कूल के बच्चों ने सरस्वती वंदना और गुरुहरकिशन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने सड़क सुरक्षा को लेकर लघु नाटक पेश किया। इन बच्चों को अतिथियों ने सम्मानित किया।

 

वोल्वो बस से दुर्घटनाएं कम

सांसद निहालचंद मेघवाल ने कार्यशाला में कहा कि देश में वोल्वो बसों से दुर्घटनाएं कम होती हैं। इसका मुख्य कारण इनके चालकों को बैंगलोर में समुचित प्रशिक्षण का दिया जाना है। वाहनों के चालकों को ड्राइविंग का प्रशिक्षण देने के लिए अच्छे ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की जरूरत है। सांसद ने कहा कि ज्यादातर स्कूली बसों में ड्राइवर ही मौजूद होते हैं। इनमें कंडक्टर कभी कभार ही दिखाई देते हैं।

 

पुलिस नाका उचित
खान मंत्री सुरेन्द्रपालसिंह टीटी ने पुलिस द्वारा लगाए जाने वाले नाकों को जनहित में बताया। उनका कहना था कि अक्सर लोग इन पुलिस नाकों को मन ही मन में कोसते हैं, लेकिन ये नाके हमारी सुरक्षा के लिए ही हैं। नब्बे प्रतिशत से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी नहीं है।

 

चालक नहीं दे पाए जवाब

कार्यशाला में परिवहन विभाग के अधिकारी विनोद सिंह राठौड़ ने वाहनों की गति सीमा को लेकर स्कूली बसों के चालकों से सवाल पूछे, लेकिन वे इनका सही उत्तर नहीं दे पाए। राठौड़ ने बताया कि शिक्षण संस्थानों में भी अब सड़क सुरक्षा का पाठ्यक्रम जल्द शामिल किया जा रहा है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो