श्री गंगानगर

फरारी काटने के लिए रुके थे हरियाणा के बदमाश

Arrested: फायरिंग मामले में हरियाणा के हार्ड कोर तीनों अपराधियों को सिटी पुलिस प्रॉडक्शन वारंट पर शुक्रवार को गिरफ्तार किया।

श्री गंगानगरSep 27, 2019 / 08:28 pm

Rajaender pal nikka

फरारी काटने के लिए रुके थे हरियाणा के बदमाश

-अंकित भादू के साथ भी काम कर चुका है अंकुश
-तीनों बदमाश दो दिन की रिमाण्ड पर
सूरतगढ़.
फायरिंग मामले में हरियाणा के हार्ड कोर तीनों अपराधियों ( criminals ) को सिटी पुलिस प्रॉडक्शन वारंट पर शुक्रवार को गिरफ्तार ( Arrested ) किया। दोपहर बाद तीनों आरोपियों को अदालत में पेशकर दो दिन की रिमाण्ड पर लिया है। पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि हरियाणा में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस ( police ) की सख्ती के मद्देनजर फरारी काटने के लिए राजस्थान में रूके थे, लेकिन 12 सितम्बर की रात्रि को वापिस बीकानेर जा रहे थे, लेकिन सूरतगढ़ के इन्दिरा सर्किल के पास अन्य बोलरो गाड़ी से टकराने के बाद छात्र पर फायरिंग करने के बाद भागने पर महाजन पुलिस ने अर्जुनसर क्षेत्र में गिरफ्तार कर लिया। ( crime )
एसआई भूप सिंह ने बताया कि 12 सितम्बर की रात्रि को छात्र दयाल जाखड़ पर हुई फायरिंग के मामले में हरियााणा के दमाका, पलवल निवासी अंकित पण्डित पुत्र ओम प्रकाश, कमालपुर, बुताना करनाल निवासी अंकुश कमालपुर पुत्र राजकुमार, कर विहार कॉलोनी, करनाल निवासी सुनील खीरा पुत्र राजकुमार को शुक्रवार को प्रॉडक्शन वारंट से गिरफ्तार किया। तीनों बदमाशों ( miscreants ) को अदालत में पेशकर दो दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया है।
तीनो बदमाशों से पूछताछ जारी है। पूछताछ में पता चला है कि जॉर्डन हत्या मामले में मुख्य आरोपी अंकित भादू के साथ हरियाणा का हार्डकोर अपराधी अंकुश एक साथ फरारी काट चुके हैं। इस दौरान उन्होंने पंजाब के जीरकपुर व हरियाणा के कुरक्षेत्र में लूट व मारपीट की कई वारदातों को अंजाम दिया। इन्होंने अम्बाला में सुनार सुनील की हत्या भी की थी। उन्होंने बताया कि तीनों बदमाशों पर हत्या, लूट, डकैती, मारपीट के दर्जनों मामले हरियाणा के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज है। ( suratgarh news )
सुनील व अंकुश रिश्तेदार है तथा अंकित पण्डित का परिचित यूएसए में नरेन्द्र उर्फ मामा रहता है, जिसने तीनों को हरियाणा से राजस्थान में फरारी काटने के लिए व्यवस्था करवाई। तीनों बदमाश गत दिनों बीकानेर पहुंचे। जहां बीकानेर जिले के अक्कासर निवासी नंदराम कूकणा उन्हें अपनी ढाणी ले गया। ढाणी में पांच दिन रुकने के बाद खरलिया (लिखमीसर) निवासी सुरेन्द्र पाल सिंह उर्फ छिंद्रा सिंह के साथ आ गए। ( sriganganagar hindi news )
सुरेन्द्र के पास भी तीनों बदमाश कुछ दिन रूके थे, इसके बाद सुरेन्द्र बदमाशों को वापिस बीकानेर छोडऩे के लिए जा रहा था। इस दौरान 12 सितम्बर की रात्रि को फायरिंग की वारदात हो गई।
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