भारतीय किसान संघ के जिला प्रवक्ता रघुवीर चौधरी, जिला युवा प्रमुख राजाराम सुथार व काश्तकार कालूराम, बागाराम सांसी, सुरजाराम सांसी, मोहनलाल नायक, केशुराम नायक आदि ने बताया कि विभाग की अनदेखी के कारण प्रत्येक रेग्यूलेशन में यह 20 मोघों का माइनर टूटता है। इससे किसानों की बारियां पिट जाती है व खेतों में अत्यधिक नुकसान होने के बावजूद विभाग कभी भी बारियों की भरपाई नहीं करता। खेतों में हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से किसानों में विभाग के प्रति रोष है।
यह माइनर सात नवम्बर से 10 दिसम्बर तक 33 दिन में तीन बार टूट चुका है। इसके कट अब तक भी पक्के नहीं किए गए हैं। इससे किसानों को हर समय खतरा बना रहता है।
किसानों के मोघे बंद कर देने से पानी अधिक होने के कारण माइनर ओवर फ्लो होकर टूटा है। इसका पटवारियों से सर्वे करवाया जा रहा है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-सौरभ कुमार, कार्यवाहक एईएन, जल संसाधन विभाग, श्रीबिजयनगर.