जांच अधिकारी सीओ सिटी अरविंद कुमार बेरड ने बताया कि वार्ड नंबर 26 अनूपगढ़ निवासी हेमराज मिड्ढा पुत्र चंद्रभान ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी पुत्री पल्लवी (27) का विवाह वार्ड 52 निवासी अंशुल छाबडा पुत्र श्यामसुंदर से हुआ था। कुछ समय बाद ही पुत्री का श्वसुर का स्वर्गवास हो गया। इसके बाद सास वीनादेवी, देवर अनमोल, ईशान व पति अंशुल की ओर से मारपीट की जाती रही।
वे दहेज में सोना, गाड़ी व एसी आदि अन्य सामान की मांग की जानकर मानसिक व शारारिक रूप से प्रताडि़त किया जाने लगा। वह पांच माह की गर्भवती थी, इसके बाद भी आरोपी मारपीट करते थे। रविवार सुबह करीब दस बजे के बीच सास, दोनों देवर, पारस व एक अन्य व्यक्ति घर पर मौजूद थे।
इन्होंने शनिवार रात को प्रताडि़त करने की साजिश रची थी। सुबह आरोपियों ने साजिश के तहत घर में आकर गर्भवती पुत्री की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए। महिला थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतका की सास व एक देवर को राउंडअप कर लिया था। इस मामले में परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार रात तक अस्पताल के बाहर धरना लगाया और सोमवार सुबह फिर धरना दिया।
जो पुलिस अधिकारियों की समझाइस के बाद दोपहर को समाप्त हुआ। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस इस मामले में मृतका के दूसरे देवर की तलाश कर रही है। इसके लिए संभावित स्थानों पर दबिश की कार्रवाई चल रही है। अभी तक पिस्तौल भी बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने सोमवार रात को आरोपी सास वीनादेवी व देवर ईशान उर्फ ईशु को गिरफ्तार कर लिया है।
पड़ोसी महिला को धमकी देने का मामला आया सामने
– मृतका पल्लवी के पड़ोस में उसकी रिश्ते में लगने वाली बहन शिल्पा रहती है। जो रविवार को गोली की आवाज सुनकर सबसे पहले वहां पहुंची थी। जहां उसने फर्श पर खून बिखरा देखा और एक देवर वहां से निकलकर भागा था। शिल्पा ने ही परिजनों को सूचना दी थी।
इस महिला के घर के पास दो बाइक सवारों की ओर से धमकी देने का मामला सामने आया। जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन वहां कोई नहीं मिला। सीओ सिटी ने बताया कि इस दौरान महिला अस्पताल में थी लेकिन वहां दो बाइक सवार आए थे। यह बाइक किस लिए आए थे, यह पता नहीं चल पाया है। धमकी देने जैसा मामले की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस उन युवकों का पता लगा रही है।