जल्द ही हाउसिंग बोर्ड की ओर से मल्टी स्टोरी व सिंगल फ्लैक्ट्स बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इन फ्लैक्ट्स बनने के बाद जरूरतमंद परिवारों को आशियान मिल सकेगा। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार ही सिंगल व मल्टीस्टोरी फ्लैट्स के लिए आवेदन लेकर आवास आवंटित किए जाएंगे। इस हर जरूरतमंद व्यक्ति को छत मिलने का सपना पूरा होगा।
25 प्रतिशत विकसित भूमि का नियम
राजस्थान आवासन मंडल की ओर से जमीन के बदले या तो किसान को पैसे दिए जाते हैंया विकसित भूमि में से 25 प्रतिशत भूमि दी जाती है। किसान विकसित भूमि में ही ज्यादा रूचि दिखा रहे हैं। यह योजना काफी कारगर साबित हो रही है। किसानों के लिए यह काफी फायदें मंद साबित हो रही है। जबकि यह सुविधा प्राइवेट कॉलोनाइजर नहीं दे सकता है।
प्लान और नक्शा हुआ पास
चक तीन ए छोटी,चार ए छोटी और एक एफ छोटी की 150 बीघा भूमि का अवार्ड जारी हो चुका है। दो एमएल और सात ई छोटी व छह जैड ए की भूमि का अवार्ड जारी किया जा चुका है। चक तीन ए छोटी और चार ए छोटी और एक एफ छोटी में संबंधित खातेदारों से जमीन के बदल 25 प्रतिशत विकसित भूमि लेने की सहमति हो चुकी है और यहां पर प्लान,नक्शा आदि राज्य सरकार से मंजूर हो चुका है।
जरूरतमंद का सपना होगा पूरा
जिला मुख्यालय पर 600 बीघा भूमि पर मल्टी स्टोरी व सिंगल स्टोरी फ्लैट्स बनेंगे। अधिकारियों ने बताया कि इस भूमि पर 20 हजार तक सिंगल व मल्टी स्टोरी फ्लैट्स बनाने की योजना बनाई गई है। हालांकि अभी तक हाउसिंग बोर्ड ने फ्लैक्ट्स ही बनाकर दिए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद को छत का सपना पूरा हो जाए।
कहां-कितनी भूमि
हनुमानगढ़-सूरतगढ़
बाइपास चक दो एमएल
के पास – 200 बीघा
श्रीकरणपुर और पदमपुर
मार्ग पर- 200 बीघा
चक तीन ए, चार ए और एक एफ छोटी में- 150 बीघा
चक छह जैड ए में- 50 बीघा
जरूरतमंद को मिलेगी छत
श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर करीब 600 बीघा भूमि पर हाउसिंग बोर्ड सिंगल और मल्टी स्टोरी फ्लैट्स बना रहा है। छह सौ बीघा भूमि का अवार्ड जारी हो चुका है। राज्य सरकार से योजना मंजूर हो चुकी है और प्लान और नक्शा की स्वीकृति मिल चुकी है। जल्दी ही आवास बनाने का काम शुरू होगा।
त्रिलोकचंद सेवटा, अधिशासी अभियंता, राजस्थान आवास मंडल हाउसिंग बोर्ड हनुमानगढ़।