आयुक्त सुनीता चौधरी ने दावा किया कि सप्ताह में हर शनिवार और रविवार को मुख्य नालों को साफ की मुहिम चलाई जाएगी। इसके लिए सफाई कर्मियों की अलग-अलग टीम बनाकर सफाइ्र्र कराई जाएगी ताकि पानी की निकासी में कोई अड़चन नहीं आए। करीब चार पहले नाला गैंग के गठन को लेकर अब फिर से कवायद शुरू की जा रही है।
आयुक्त ने सफाई ठेकेदार से समन्वय बनाने के लिए परिषद सचिव लाजपत बिश्नोई और स्वास्थ्य अधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह को अधिकृत किया गया है। इन दोनों अधिकारियों को कलक्टर को दी जानी वाली प्रगति रिपोर्ट के लिए पाबंद किया गया है। इन दोनों को संबंधित इलाके के सफाई निरीक्षक से फीडबैक मांगा कर यह रिपोर्ट तैयार होगी। इधर, गुरुवार को कई जगह सफाई कार्य में तेजी लाई गई। परिषद अधिकारियों का कहना है कि कलक्टर ने जिन पांच अधिकारियों को पचास वार्डों में सफाई व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी है, यह परिषद प्रशासन के अधिकारों का हनन है।
अब वार्ड तीन का गड्ढा होगा साफ
इस बीच परिषद प्रशासन का दावा है कि पुरानी आबादी में वार्ड तीन के गड्ढे को साफ कराया जाएगा। इसके लिए बजट खर्च करने पर विचार विमर्श किया जा रहा है। पुरानी आबादी का अधिकांश पानी इस गड्ढा क्षेत्र में संग्रहण किया जाता है, लेकिन पिछले डेढ़ साल से इस गड्ढे की सफाई तक नहीं कराई गई है। जब इस गड्डे को साफ कराने के लिए परिषद प्रशासन ने ठेका दिया तो कई लोगों ने इसकी शिकायत एसीबी में कर दी थी। इसकी जांच अब भी लंबित है।
इस बीच परिषद प्रशासन का दावा है कि पुरानी आबादी में वार्ड तीन के गड्ढे को साफ कराया जाएगा। इसके लिए बजट खर्च करने पर विचार विमर्श किया जा रहा है। पुरानी आबादी का अधिकांश पानी इस गड्ढा क्षेत्र में संग्रहण किया जाता है, लेकिन पिछले डेढ़ साल से इस गड्ढे की सफाई तक नहीं कराई गई है। जब इस गड्डे को साफ कराने के लिए परिषद प्रशासन ने ठेका दिया तो कई लोगों ने इसकी शिकायत एसीबी में कर दी थी। इसकी जांच अब भी लंबित है।
वार्ड पार्षद बलजीत बेदी ने जांच की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए एसीबी के अधिकारियों को भी अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पिछले दिनों बरसात होने के तीन दिन तक पुरानी आबादी के टावर रोड से पानी की निकासी नहीं हो पाई थी, तब यह पहलू सामने आया कि इस गड्ढे की सफाई कराने से पार पड़ सकती है।