नोहर जल संसाधन खंड में काफी पद रिक्त
सिंचाई पानी की बारी व बंदी आदि के विवाद के निपटारे में भी सिंचाई पटवारी की अहम भूमिका रहती है। नोहर जल संसाधन खंड के संपूर्ण कार्य एक मात्र पटवारी निपटा रहा है। जिलेदार का स्वीकृत एक पद कई वर्षों से रिक्त है। पटवारी के नौ में से छह पद रिक्त हैं। तीन पटवारियों में से एक पटवारी प्रतिनियुक्ति पर भादरा तैनात है। एक पटवारी लंबी छुट्टी पर है। सिर्फ एक पटवारी पर आबपाशी, नक्कों व आड का निशान देना, नक्कों, आड, खाले संबंधी विवाद, आबियाना वसूली आदि का कार्य है। इसके अलावा जल संसाधन वृत्त नोहर के अधीक्षण अभियंता का पद करीब डेढ़ साल से रिक्त है। अधिशासी अभियंता का एक, सहायक अभियंता के चार में से दो पद रिक्त, कनिष्ठ अभियंता के नौ में से तीन पद लंबे समय से रिक्त हैं। इसके अलावा खंडीय लेखाकार, प्रारूकार, सहायक कर्मचारियों के पद भी लंबे समय से रिक्त है।
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क्या है आबपाशी रिपोर्ट
जल संसाधन विभाग व सिंचाई थाना पुलिस जब सिंचाई पानी चोरी पकड़ते हैं। इस दौरान सिंचित की गई जमीन की पैमाइश या माप आदि की रिपोर्ट तैयार करने को आबपाशी रिपोर्ट कहते हैं। पुलिस के लिए आबपाशी रिपोर्ट के बिना मामला दर्ज कर जांच करना संभव नहीं होता। पुलिस जांच में जल संसाधन विभाग का बराबर सहयोग चाहिए। आबपाशी रिपोर्ट तैयार करने के लिए सुदूर खेतों में जाना, पैमाइश करनी, सिंचित क्षेत्र व स्वीकृत कमांड क्षेत्र की जांच आदि में कई बार पूरा दिन बीत जाता है।
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जानकारी मिलने पर करते हैं कार्रवाई
जब भी जल संसाधन विभाग के अधिकारी हमें आबपाशी रिपोर्ट व सिंचाई पानी चोरी में काम लिए जाने वाले संसाधन पकडऩे की जानकारी देता है, हम तुरंत कार्रवाई कर देते हैं। खेतों में सिंचाई पानी चोरी के लिए लगे यंत्र या अनधिकृत रूप से की गई सिंचाई की सही जानकारी विभाग ही बताता है। जल संसाधन विभाग की आबपाशी रिपोर्ट बिना मामला दर्ज करने की कार्रवाई नहीं हो पाती।
-मानसिंह, थाना प्रभारी, नहरी पानी सुरक्षा एवं चोरी निरोधक थाना, नोहर।
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पुलिस के पास पावर ही नहीं
जल संसाधन विभाग के कर्मचारी सिंचाई पुलिस थाने में मुकदमे दर्ज ही नहीं करवाते। पुलिस को 151 में पांबद करने की भी पावर नहीं है। टेल पर पिछले साल जनवरी में पानी आया था। उसके बाद सिंचाई पानी नहीं आया। सिंचाई का पानी जाता कहां है, जल संसाधन विभाग के पास इस बात का जवाब तक नहीं है।
-कृष्ण सहारण, अध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति रसलाना वितरिका टेल।
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पानी चोरी पर अंकुश नहीं लगा
सिंचाई पुलिस थाने के खुलने के बाद कुछ खास फर्क नहीं पड़ा है। सिंचाई पानी चोरी पर अंकुश के लिए पानी चोरों पर मुकदमों की कार्रवाई आवश्यक है। इसके लिए जल संसाधन विभाग व पुलिस संयुक्त कार्रवाई करे। सिंचाई पानी चोरों पर अब तक लगाम नहीं लग पाई है।-लक्ष्मीनारायण बेनीवाल, अध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति रसलाना वितरिका टेल।