मरीजों को लाभ पहुंचाने के लिए राजकीय चिकित्सालय में एक नया बीस बेड का आईसीयू शुरू किया जाएगा। यह आईसीयू अत्याधुनिक होगा। जिसमें सभी सुविधाएं होंगी। चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल राजकीय चिकित्सालय के आईसीयू वार्ड में आठ बेड है, जो फिलहाल गंभीर मरीजों को भर्ती करने के लिए कम पड़ रहे हैं।
आठ बेड भरने के बाद मरीजों को इधर-उधर शिफ्ट करना पड़ता है या आईसीयू में सामान्य हो गए मरीजों को दूसरे वार्डों में भेजना पड़ता है। इसके चलते मरीज व उनके परिजनों को परेशानी होती है। मरीजों की इस परेशानी को देखते हुए यहां बीस बेड का नया आईसीयू पुराने कोविड जोन में शुरू किया जा रहा है। इसके लिए चिकित्सालय प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। इस नए आईसीयू वार्ड का एक या दो दिन में शुभारंभ किया जा सकता है। इसके लिए सभी संसाधन जुटा लिए गए हैं।
इस योजना के तहत बनाए जा रहे आईसीयू वार्ड
– राज्य सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य में सभी जगह स्थापित किए जा रहे आईसीयू, नवजात आईसीयू, बाल आईसीयू की एक वृहत व महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत जिला चिकित्सालय श्रीगंगानगर में भी एक 20 बेड का आईसीयू स्थापित किया जा रहा है। जिससे मरीजों को काफी फायदा होगा।
नए आईसीयू में ये होगी सुविधाएं
– राजकीय चिकित्सालय के नए आईसीयू में बेहतरीन क्वालिटी के बेड, टेबल, साइड टेबल, मॉनिटर, सक्शन मशीन, सभी बेड पर ऑक्सीजन की केंद्रीयकृत यूनिट लगाई जा रही है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे मरीजों की स्थिति पर नजर रखी जा सकेगी।
स्टाफ कक्ष व मोबाइल से होगी निगरानी
– नए आईसीयू वार्ड के स्टाफ कक्ष में बड़ी स्क्रीन लगाई जाएगी। इस स्क्रीन पर चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ सभी बेडों पर सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरान कर सकेंगे। कैमरों की मदद से मॉनीटर पर देखकर मरीज की स्थिति का भी पता चल सकेगा।
इसके अलावा इस आईसीयू में मरीजों को भर्ती करने वाले चिकित्सक घर बैठे या कहीं से भी सीसीटीवी कैमरों की मदद से मरीज की स्थिति देखकर नर्सिंग स्टाफ को निर्देश दे सकेंगे। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसी सुविधाएं अन्य जिलों के आईसीयू नहीं होगी। इसमें बड़े निजी अस्पतालों जैसी सुविधा रहेगी।
इनका कहना है
– आईसीयू में बेड कम पडऩे के कारण बीस बेड का नया अत्याधुनिक स्तर का आईसीयू तैयार किया जा रहा है। जिसमें मरीजों को बेहतर सुविधाएं रहेगी। जिसमें निजी अस्पतालों जैसी व्यवस्था की जा रही है। नए आईसीयू को एक-दो दिन में शुरू किया जा सकता है। आईसीयू से इलाके के मरीजों को काफी फायदा मिलेगा।
– डॉ. बलदेव सिंह, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर
– नए आईसीयू में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनसे स्टाफ रूम में बैठे नर्सिंगकर्मी व चिकित्सक नजर रख सकेंगे। वहीं चिकित्सक अपने मोबाइल से भी वार्ड में भर्ती मरीजों की स्थिति को देखकर नर्सिंगकर्मियों को निर्देश दे सकेंगे। इस अत्याधुनिक आईसीयू का मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।
– डॉ. प्रेम बजाज, डिप्टी कंट्रोलर राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर