नगरपालिका क्षेत्र में निराश्रित पशुओं की भरमार है। स्टेशन रोड व सब्जी मण्डी रोड सहित अनेक स्थानों पर निराश्रित गोवंश का जमावड़ा लगा रहता है। वहीं आए दिन गोधों की हिंसक घटनाएं होती रहती है। इसमें अबतक एक दर्जन से अधिक जने घायल भी हो चुके हैं। वही एक व्यक्ति की मौत भी गोधे की चपेट में आने से हो चुकी है। नगरपालिका की ओर से किशनपुरा आबादी क्षेत्र में 55 बीघा भूमि पर नंदीशाला का संचालन गत वर्ष से शुरू किया हुआ है।
अबतक करीब साढ़े चार सौ गोवंश नंदीशाला में है। जबकि शहरी क्षेत्र में करीब छह सौ से अधिक गोवंश खुले में विचरण कर रहे हैं। नगरपालिका के सफाई कर्मचारी समय समय पर गोवंश पकडकऱ नंदीशाला में छोडकऱ आ रहे हैं। इसके बावजूद भी शहर में निराश्रित पशुओं की समस्या विकराल रूप ले रही है।
-नहीं लगाया दुधारू गाय मालिकों पर जुर्माना
गत वर्ष नगरपालिका में निराश्रित पशुओं के साथ साथ दुधारू गाय के खुले में घूमने की समस्या को लेकर पार्षदों की बैठक हुई। इसमें दुधारू गाय को सडक़ों पर खुले में छोडऩे पर गोवंश पालक पर नगदी जुर्माना लगाने पर भी चर्चा की गई। लेकिन अभी तक नगरपालिका की ओर से किसी भी गोवंश पालक पर जुर्माना नहीं लगाया गया है।
गत वर्ष नगरपालिका में निराश्रित पशुओं के साथ साथ दुधारू गाय के खुले में घूमने की समस्या को लेकर पार्षदों की बैठक हुई। इसमें दुधारू गाय को सडक़ों पर खुले में छोडऩे पर गोवंश पालक पर नगदी जुर्माना लगाने पर भी चर्चा की गई। लेकिन अभी तक नगरपालिका की ओर से किसी भी गोवंश पालक पर जुर्माना नहीं लगाया गया है।
-खेतों में परेशानी, यहां आ रहे पशु
ग्रामीण क्षेत्रों में निराश्रित गोवंश खाने की तलाश में खेतों के आसपास भटकते रहते हैं। कई बार खेतों में गोवंश के घुसने से फसलों को नुकसान होता है। किसानों का कहना है कि आवारा गोवंश के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाते। ताकि फसलों को नुकसान ना हो। वहीं कई ग्रामीण क्षेत्रों से निराश्रित पशुओं के झुण्ड के झुण्ड यहां शहरी क्षेत्र में ग्रामीण छोडकऱ जाते हैं। जिससें हिंसक घटनाएं भी हो जाती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में निराश्रित गोवंश खाने की तलाश में खेतों के आसपास भटकते रहते हैं। कई बार खेतों में गोवंश के घुसने से फसलों को नुकसान होता है। किसानों का कहना है कि आवारा गोवंश के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाते। ताकि फसलों को नुकसान ना हो। वहीं कई ग्रामीण क्षेत्रों से निराश्रित पशुओं के झुण्ड के झुण्ड यहां शहरी क्षेत्र में ग्रामीण छोडकऱ जाते हैं। जिससें हिंसक घटनाएं भी हो जाती है।
शहर को करेंगे आवारा पशु मुक्त
नगरपालिका की ओर से नंदीशाला का संचालन किया जा रहा है। इसमें शहरी क्षेत्र के आवारा पशुओं को रखा जा रहा है। शीघ्र ही शहर को आवारा पशुओं से मुक्त कर दिया जाएगा। -कर्मचंद अरोड़ा, कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका, सूरतगढ़
नगरपालिका की ओर से नंदीशाला का संचालन किया जा रहा है। इसमें शहरी क्षेत्र के आवारा पशुओं को रखा जा रहा है। शीघ्र ही शहर को आवारा पशुओं से मुक्त कर दिया जाएगा। -कर्मचंद अरोड़ा, कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका, सूरतगढ़