अत्यंत सीमित संसाधनों के कारण रेलवे स्टेशन पर नफरी भी प्रभावित हो रही है। हालात यह है कि जीआरपी चौकी के अधीन एक दर्जन से अधिक रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा मुठ्ठी भर जवानों के भरोसे चल रही है।
एफआईआर के लिए हनुमानगढ़ तक भागदौड़ जीआरपी चौकी में प्रभारी सहित एक हैड कांस्टेबल तथा दो कांस्टेबल कार्यरत हैं। जबकि चार पद खाली चल रहे हैं। वहीं केवल चौकी होने के कारण यहां केवल मात्र रिपोर्ट ही तैयार की जाती है। एफआईआर करवाने के लिए पीडि़त को हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित जीआरपी थाना जाना पड़ता है। किसी भी प्रकार की बड़ी आपराधिक घटना होने पर कार्यवाही के लिए हनुमानगढ़ से जीआरपी अधिकारियों के आने का इंतजार करना पड़ता है। जीआरपी के पास सूचना के लिए वायरलैस तथा स्थायी सम्पर्क नम्बर तक मौजूद नहीं है।
यह स्टेशन है जीआरपी चौकी के अधीन – रेलवे मंडल का जंक्शन रेलवे स्टेशन होने के कारण जीआरपी चौकी के अधीन सूरतगढ़, पीपेरन, बिरधवाल, राजियासर, अर्जुनसर, मलकीसर, महाजन, भगवानसर, सरदारगढ़, सरूपसर जंक्शन, रंगमहल, रामपुरा, अमरपुरा राठान, पीलीबंगा सहित चौदह रेलवे स्टेशन आते हैं।